मुख्यमंत्री के मन में समाज के लिए न कोई सोच है, न संवेदनाः बाबूलाल

दुमका: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने बुधवार को राज्य में हो रही भारी बारिश के बीच अनुसूचित जनजाति मोर्चा द्वारा संथाल परगना में आयोजित मोटर साईकिल रैली हिस्सा लिया. दो दिवसीय मोटर साईकिल रैली के दूसरे चरण का आज दूसरा दिन था. श्री मरांडी ने बीती रात कुमारभजा गांव के आवासीय विद्यालय में रात्रि विश्राम किया।ग्रामीणों की समस्या से प्रत्यक्ष रू-ब-रू हुए. रैली में कुमारभाजा, लिट्टीपाड़ा से पाकुड़िया तक सैकड़ों आदिवासी युवा शामिल हुए. मौके पर श्री मरांडी ने कहा कि भाजपा आदिवासी समाज को उसका हक और अधिकार दिलाने, विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए संकल्पित है. कहा कि मोदी सरकार लगातार जनजातियों के लिए योजनाएं चला रही.

मोदी सरकार ने जनजाति समाज का गौरव बढ़ाया

 

उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के स्वतंत्रता सेनानी,महापुरुषों को आजादी के बाद कभी सम्मान नहीं मिला. लेकिन मोदी सरकार ने जनजाति समाज का गौरव बढ़ाया. आज पहली बार देश में जनजाति समाज की बेटी द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद को सुशोभित कर रहीं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आदिवासी होने का केवल दंभ भरते हैं. उनके मन में समाज के लिए न कोई सोच है, न सम्मान है और न संवेदना है.

मुख्यमंत्री को अपने क्षेत्र में मलेरिया से हुई मौत की चिंता नहीं

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने क्षेत्र में मलेरिया से हुई मौत की चिंता नहीं. वे पीड़ितों से मिलना भी जरूरी नहीं समझ रहे हैं. कहा कि संथाल परगना में कई स्थानों पर पिछली भाजपा सरकार में स्वीकृत आवासीय विद्यालय बनकर 4 वर्षों से उद्घाटन की बाट जोह रहे हैं. सरकार चाहती तो यहां शिक्षक भी होते और बच्चे भी पढ़ते.