Kathmandu : नेपाल में सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के खिलाफ युवाओं ने जोरदार विरोध शुरू कर दिया है। 4 सितंबर को PM केपी शर्मा ओली की सरकार ने फेसबुक, वॉट्सएप, ट्विटर समेत 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बैन लगा दिया। इसके विरोध में ‘Gen-Z’ युवा सड़कों पर उतर आए। काठमांडू में प्रदर्शनकारियों की भीड़ को काबू करने में प्रशासन को भारी मुश्किल हुई। हालात बिगड़ने पर पुलिस ने गोली चलाई, जिसमें 80 लोग जख्मी हुए और छह की मौत हो गई। प्रदर्शनकारियों ने गोलीबारी वाली इमारत में तोड़फोड़ की, जिसके बाद प्रशासन ने ‘देखते ही गोली मारने’ का आदेश दिया।
कर्फ्यू और सेना तैनात
बिगड़ते हालात को देखते हुए सरकार ने आपात सुरक्षा बैठक बुलाई। काठमांडू में रात 10 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया गया और नेपाली सेना को हालात संभालने के लिए बुलाया गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह आंदोलन सोशल मीडिया बैन के खिलाफ युवाओं ने शुरू किया। काठमांडू पोस्ट के अनुसार, 8 सितंबर को सुबह 9 बजे से प्रदर्शनकारी मैतीघर में जमा हुए। ‘हामी नेपाल’ संगठन ने रैली की अनुमति ली थी। संगठन के अध्यक्ष सुधन गुरुंग ने कहा कि यह प्रदर्शन सरकार में भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता का गुस्सा है।
Gen-Z को बड़े लोगों का समर्थन
युवाओं की भारी संख्या के कारण इस आंदोलन को ‘Gen-Z आंदोलन’ नाम दिया गया। प्रदर्शनकारी नेपाल का झंडा, ‘Gen-Z मूवमेंट’ के बैनर और ‘जय देश, जय युवा’ की तख्तियां लेकर सरकार के खिलाफ नारे लगाए। स्थानीय पत्रकार भी इसमें शामिल हुए। नेपाल के मशहूर कलाकार जैसे मदन कृष्ण श्रेष्ठ, हरिबंशा आचार्य, गायक प्रकाश सपूत, निश्चल बसनेत, केकी अधिकारी और वर्षा राउत ने सोशल मीडिया पर इस आंदोलन का समर्थन किया।
संसद भवन में घुसे प्रदर्शनकारी
प्रदर्शन के दौरान कुछ लोग संसद भवन में घुस गए और ओली सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। काठमांडू में फोन और इंटरनेट सेवाएं घंटों बंद रहीं। न्यू बाणेश्वर में प्रदर्शनकारियों ने प्रतिबंधित क्षेत्र में तोड़फोड़ की, जिसके बाद पुलिस ने गोलीबारी की। जख्मियों को एवरेस्ट और सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्रदर्शनकारियों ने मैतीघर में प्राथमिक उपचार शिविर भी बनाया।
सोशल मीडिया बैन से गुस्सा
सरकार का कहना है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने मंत्रालय में रजिस्ट्रेशन नहीं कराया, इसलिए बैन लगाया गया। लेकिन युवा इसे भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के खिलाफ आंदोलन बता रहे हैं। एक छात्र ने इंडिया टुडे से कहा, “ओली सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है। अब युवा इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। देश अब हम चलाएंगे।”
प्रदर्शनकारियों की मांगें :
- भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद खत्म करो
- सोशल मीडिया बैन हटाओ
- बराबरी और पारदर्शिता
- युवाओं को समान अवसर
बीरगंज में भी प्रदर्शन
नेपाल की औद्योगिक नगरी बीरगंज में भी Gen-Z आंदोलन तेज हो गया है। प्रदर्शनकारी किसी राजनीतिक दल से नहीं, बल्कि सोशल मीडिया पर सरकार की नीतियों के खिलाफ बोलने वाले लोग हैं। नेपाल के हालात को देखते हुए भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ाई गई है। सीमा सुरक्षा बल (SSB) ने अतिरिक्त जवान तैनात किए और निगरानी तेज कर दी गई है।
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