Muzaffarpur : मौसम में बदलाव के साथ ही एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES), जिसे आम भाषा में “चमकी बुखार” कहा जाता है, का प्रकोप बढ़ने लगा है। बुधवार को दो और बच्चों में AES की पुष्टि हुई है। जिले में अब तक कुल 28 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 23 केस केवल मुजफ्फरपुर जिले से हैं। शेष मरीजों में एक-एक बच्चा गोपालगंज, सीतामढ़ी और शिवहर जिलों से हैं।
बच्चों का इलाज जारी
शिवहर जिले की तीन वर्षीय विभा कुमारी की तबीयत बिगड़ने पर पहले स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां हालत में सुधार न होने पर उसे SKMCH रेफर किया गया, जहां AES की पुष्टि के बाद उसका इलाज पीकू वार्ड में किया गया। वहीं, सीतामढ़ी की तीन वर्षीय संजना कुमारी को बुखार के चलते भर्ती कराया गया था। दोनों बच्चियों की हालत में सुधार होने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर
सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार ने बताया कि बुधवार को आए दोनों नए केस अब ठीक हैं। विभाग ने पूरी तैयारी कर रखी है। अस्पतालों में सभी जरूरी दवाइयां उपलब्ध हैं। ग्रामीण इलाकों में लोगों को जागरूक किया जा रहा है और सदर अस्पताल में 24 घंटे काम करने वाला कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जहां किसी भी समस्या के लिए संपर्क किया जा सकता है।
डॉक्टरों की अपील : बरतें सावधानी
डॉक्टरों ने अभिभावकों को सलाह दी है कि बच्चों को सिर्फ उबला हुआ पानी ही पिलाएं। डायरिया की स्थिति में ओआरएस का घोल दें और तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएं। घर में साफ-सफाई रखें और मच्छरों से बचाव के उपाय करें। इसके अलावा पीलिया, जुकाम और खांसी के भी कई मामले सामने आ रहे हैं, जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है।
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