सुशांत सिंह राजपूत केस की सीबीआई जांच से क्यों भाग रही है महाराष्ट्र सरकार?

Joharlive Desk

बेंगलुरू। दिवंगत सुशांत सिंह राजपूत की हालिया रिलीज फिल्म दिल बेचारा में सुशांत सिंह राजपूत एक डॉयलाग में कहते हैं कि जन्म कब लेना है और कब मरना है, यह हम डिसाइड नहीं कर सकते, लेकिन कैसे जीना है, यह हम डिसाइड कर सकते हैं। सुशांत असल जिंदगी में कही न कहीं ऐसे विचारों वाले थे, तो कहीं पारंपरिक समाज और उसकी परिपाटियों को धता बताने वाली और ढर्रे से इतर जिंदगी जीने की सजा तो सुशांत को नहीं मिल गई, क्योंकि जो जिंदगी सुशांत ने चुनी थी, वो उसमें बेहद खुश थे, क्योंकि वो छोड़कर आए थे, जो विरले ही छोड़ पाते हैं।

जी हां, हम बात कर रहे इंजीनियरिंग छात्र सुशांत सिंह राजपूत की, जो एआईईईई की परीक्षा 6वीं रैंक लाने के बावजूद सपनों को फॉलो करता हुआ मायानगरी में संघर्ष करके खुद को खड़ा किया था। उसके पास धन-दौलत की कोई कमी नहीं थी, उसने इतने पैसे जोड़ लिए थे कि वह आराम से जिंदगी बसर कर सकता था। फिर चाहें फिल्में मिलती या नहीं मिलती। जैसा कंगना भी कह चुकी हैं कि अगर उन्हें फिल्में नहीं मिलती हैं तो मनाली लौट जाएंगी।

सुशांत सिंह राजपूत के साथ भी कुछ ऐसा ही था। कंगना की तरह सुशांत सिंह राजपूत भी प्रोडक्शन हाउस कंपनी खोलने की कोशिश में थे, जिसके लिए उन्होंने निवेश की संभावनाएं भी तलाश रहे थे। उनकी पिछली फिल्म छिछोर सुपरहिट हुई थी। उनकी हालिया रिलीज दिल बेचारा भी सुपरहिट की कैटेगरी में शुमार हो चुकी है। मौत से पहले निर्देशक रूमी जाफरी की फिल्म उन्होंने साइन की थी। इतना कुछ काफी था, किसी की जिंदगी में रवानगी के लिए?

सुशांत सिंह राजपूत की जिंदगी कैसी भी रही हो, आत्महत्या लायक परिस्थितियां उनके आस पास बिल्कुल नहीं दीखती हैं। कहीं सुशांत सिंह राजपूत को कथित गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती और मैनेजर दिशा सालियान की निजी जिंदगी की दरख्तों से जुड़ा कोई राज उन्हें मौत के मुंह तक ले गया होगा। इसका आकलन सुब्रमण्यन स्वामी द्वारा सबूत के तौर पर ऱखे गए 26 में से 24 प्लाइंट ही क्लीयर करते हैं, जो किसी फॉल प्ले की ओर इशारा करते हैं।

सुब्रमण्यन स्वामी ने सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमयी केस को बकायदा मर्डर करार दे चुके हैं, जिसके लिए उन्होंने 24 प्लाइंट्स को ट्वीटर पर अपने हैंडल से शेयर भी किया है और उन्हीं प्वाइंट्स को आधार बनाकर उन्होंने सरकार से मामले की एनआईए से जांच कराने और एसआईटी गठित करने की मांग की हैं। सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा सोशल मीडिया पर रखे 26 में से 24 प्वाइंट्स सुशांत के मर्डर की ओर इशारा कर हैं।

मामले पर पहल करते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत की। स्वामी ने बताया कि नीतीश कुमार ने भी सुशांत सिंह राजपूत मामले में इच्छा जाहिर की है कि एक्टर को न्याय मिले और दोषियों को कड़ी सजा मिले। यही वजह है कि नीतीश कुमार ने मामले की सीबीआई जांच को लेकर मुखर हुए हैं।

सुब्रमण्यन स्वामी ने सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच सीबीआई को सिफारिश नहीं करने के लिए महाराष्ट्र की उद्धव सरकार पर निशाना साधा है। उन्होने कहा कि उद्धव मंत्रिमंडल को यह तय नहीं करना चाहिए कि राज्य सीबीआई जांच की अनुमति नहीं देगा, क्योंकि हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी मामले की सीबीआई जांच का निर्देश दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि तमिलनाडु में एक प्रमुख जाति ने 100 फीसदी अनुसूचित जाति के गांव में धावा बोल दिया, तब उन्होंने ऐसा किया था, जबकि सीएम जेजे ने इसका विरोध किया था।

चूंकि अब सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच पूरी हो चुकी है और बिसरा रिपोर्ट आने के बाद मुंबई पुलिस केस रिपोर्ट तैयार करने रही थी, तभी अचानक मंगलवार को एक लंबे अंतराल तक खामोश बैठा सुशांत सिंह राजपूत का परिवार मीडिया और कानून दोनों के सामने आवाज बुलंद की है। मामले में न्याय के लिए सुशांत के पिता केके सिंह ने कथित गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करवा दिए है।

पटना के राजीव नगर पुलिस स्टेशन में 7 पेज के एफआईआर में सुशांत के पिता ने रिया और उनके परिवार वालों पर एक्टर को उनकी फैमिली से दूर करने का आरोप लगाया है। उन्होंने रिया पर आरोप लगाया है कि एक्ट्रेस ने उनके बेटे से कॉन्टैक्ट करने का हर जरिया बंद कर रखा था। इस एफआईआर में रिया द्वारा सुशांत के अकाउंट से 15 करोड़ निकालने की बात भी कही गई है, जिससे धीरे-धीरे हत्या और आत्महत्या के बीच पड़ी धुंध साफ हो रही है।