Johar Live Desk: भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी के हाइड्रोजन बम वाले बयान पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की बातें समझने के लिए कई तरह के “एंटीना” खोलने पड़ते हैं। प्रसाद ने कहा, “राहुल गांधी जब भी कुछ कहते हैं, उनकी बात को समझने के लिए मुझे कई प्रकार के एंटीना खोलने पड़ते हैं। आज उन्होंने कहा कि उन्होंने एटम बम फोड़ा है और अब हाइड्रोजन बम फोड़ेंगे।
पहले उनका कर्नाटक का एटम बम फेल हो गया, वह दिवाली के छोटे पटाखे के बराबर भी नहीं निकला। राहुल गांधी कहते हैं कि 5-6 साल में कोई युवा हो जाता है और तपस्या करने से गर्मी होती है। ऐसे में एटम और हाइड्रोजन बम का चुनाव से क्या संबंध है, इसके लिए मुझे जानकारी लेनी पड़ेगी। विपक्ष के नेता होने के बावजूद राहुल गांधी खुद को इतना हल्का क्यों बना रहे हैं, यह समझना मुश्किल है।”
रविशंकर प्रसाद ने विपक्षी गठबंधन और तेजस्वी यादव पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “याद है कि आप मोहब्बत की दुकान लेकर चले थे, जिसमें नफरत परोसी गई। गाड़ी में राहुल आगे, तेजस्वी और अखिलेश पीछे थे। क्या यह संकेत है कि राहुल गांधी ने परिवार में मतभेद बढ़ा दिए हैं? क्या तेजस्वी बिहार में दो नंबर के खिलाड़ी बन गए हैं?” उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष ने यह प्रोपेगेंडा फैलाया कि भाजपा संविधान बदल सकती है। इसका असर यूपी और महाराष्ट्र में हुआ, लेकिन उस समय चुनाव आयोग पर कोई सवाल नहीं उठाया गया। अब वही चुनाव आयोग विपक्ष पर निशाना है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा, “राहुल गांधी योजनाबद्ध तरीके से जनता के मताधिकार का अपमान कर रहे हैं। पहले EVM के बिना चुनावों में बूथ लूट होती थी। चुनाव आयोग के सुधारों से अब बूथ कैप्चरिंग खत्म हो गई है। इसलिए राहुल गांधी और उनके सहयोगी EVM और SIR का विरोध कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि घुसपैठिए वोट डालें।” उन्होंने राहुल गांधी से तीन सवाल भी उठाए। पहले, 21 लाख मृतक अब भी मतदाता सूची में हैं, क्या यह उचित है? दूसरा, 7 लाख लोगों के नाम दो जगह दर्ज हैं, क्या इसे जारी रखना चाहिए? तीसरा, 35 लाख लोग अब अपने पंजीकृत पते पर नहीं रहते, फिर भी उनके नाम मतदाता सूची में क्यों हैं? प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी हलफनामों में झूठ बोलने से बचने के लिए चुप हैं।
रविशंकर प्रसाद ने कहा, “राफेल से लेकर ‘चौकीदार चोर’ तक के आरोप और हमारी सेना पर सवाल उठाना राहुल गांधी की आदत रही है। उन्होंने संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करने से भी परहेज नहीं किया। लोकतंत्र सार्वजनिक शालीनता पर चलता है। कम से कम प्रधानमंत्री की मां का सम्मान तो होना चाहिए। राहुल गांधी ने कभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा प्रधानमंत्री की मां को गाली दिए जाने की निंदा नहीं की। यह उनकी गहरी नफरत और अहंकार को दर्शाता है।”
उन्होंने आगे कहा, “राहुल गांधी का काम केवल झूठ फैलाना और संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करना रहा है। मोदी जी जिस पद पर हैं, उसे राहुल गांधी अपनी जागीर समझते हैं। अब जनता वोट के जरिए अपना आशीर्वाद देगी और बिहार उन्हें जवाब देगा।”