Bokaro : बोकारो स्टील प्लांट में हाल ही में लगातार हो रही दुर्घटनाओं को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है। झारखंड सरकार के बोकारो कारखाना निरीक्षक कार्यालय को पिछले दो वर्षों से प्लांट की सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट नहीं मिली है। यह जानकारी बोकारो जिले के उप मुख्य कारखाना निरीक्षक शिवानंद लागूरी ने दी है।
जांच रिपोर्ट में बड़े खामियां उजागर
जांच के दौरान पता चला है कि बोकारो स्टील प्लांट में सुरक्षा नियमों की जमकर अनदेखी हो रही है। खास बात यह है कि प्लांट के प्रबंधक स्किल्ड काम को अनस्किल्ड मजदूरों से करवा रहे हैं, जिससे दुर्घटनाओं में इजाफा हुआ है। उप निरीक्षक शिवानंद लागूरी ने बताया कि पिछले छह महीनों में प्लांट में कई हादसे हो चुके हैं, जिनमें दो मजदूरों की मौत भी हुई है। ये घटनाएं इस कदर गंभीर हैं कि सीजीएम कोर्ट में मामला दर्ज किया जा चुका है।
सुरक्षा उपकरणों का अभाव, हादसों की वजह
उप निरीक्षक ने यह भी बताया कि मजदूरों को सुरक्षा उपकरण या पीपीई किट उपलब्ध नहीं कराई जा रही, जिससे दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। हाल ही में ब्लास्ट फर्नेस में एक मजदूर पर हॉट मेटल गिरने से उसकी जान चली गई। अगर वह सुरक्षा उपकरण पहनता तो उसकी जान बच सकती थी।
खिलवाड़ करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
बोकारो स्टील प्लांट के ईडी वर्क्स और सभी सीजीएम को जिम्मेदार ठहराते हुए उप निरीक्षक ने चेतावनी दी है कि यदि सुरक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ और अनस्किल्ड मजदूरों से खतरनाक काम करवाने का सिलसिला जारी रहा, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट न मिलने पर कानूनी नोटिस का ऐलान
उन्होंने स्पष्ट किया कि पिछले दो साल से प्लांट की सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट कारखाना निरीक्षक कार्यालय को नहीं मिली है, जो बेहद चिंताजनक है। हर साल सुरक्षा ऑडिट कराना और उसकी रिपोर्ट संबंधित विभाग को सौंपना अनिवार्य है। अगर जल्द ही बोकारो स्टील प्रबंधन यह रिपोर्ट जमा नहीं करता है तो उन्हें नोटिस भेजकर कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।