
Johar Live Desk : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) में जल्द बड़ा बदलाव होने वाला है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर और आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल चुके पूर्व क्रिकेटर मिथुन मन्हास बोर्ड के नए अध्यक्ष बनने की दौड़ में सबसे आगे हैं। हाल ही में नई दिल्ली में हुई बैठक में मन्हास का नाम प्रमुखता से चर्चा में रहा। अगर वे चुने जाते हैं, तो जम्मू-कश्मीर से पहली बार कोई खिलाड़ी इस प्रतिष्ठित पद पर बैठेगा।
जम्मू-कश्मीर का पहला बड़ा नाम
45 वर्षीय मिथुन मन्हास भारतीय घरेलू क्रिकेट के लंबे समय तक स्टार रहे। उन्होंने 157 प्रथम श्रेणी मैचों में 9,714 रन बनाए, जिसमें 27 शतक और 49 अर्धशतक शामिल हैं। भले ही उन्हें राष्ट्रीय टीम में खेलने का मौका न मिला, लेकिन IPL में उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स, पुणे वॉरियर्स और चेन्नई सुपर किंग्स जैसी तीन फ्रेंचाइजियों के लिए खेला। वर्तमान में वे जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) के प्रशासक हैं। इसके अलावा, वे दलीप ट्रॉफी में नॉर्थ जोन के संयोजक रह चुके हैं और आईपीएल टीम गुजरात टाइटंस के सपोर्ट स्टाफ का हिस्सा भी रहे।
रॉजर बिन्नी की जगह लेंगे मनहास
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मन्हास मौजूदा अध्यक्ष रॉजर बिन्नी की जगह लेने वाले हैं। बिन्नी को पद छोड़ना पड़ा क्योंकि BCCI के नियमों के तहत किसी भी पदाधिकारी की अधिकतम आयु 70 वर्ष है। मनहास का नाम चर्चा में आना चौंकाने वाला है, क्योंकि पूर्व भारतीय खिलाड़ी हरभजन सिंह और रघुराम भट्ट भी दौड़ में थे। हालांकि, अंत में मनहास पर सहमति बनी। रिपोर्ट में कहा गया है कि कर्नाटक के दिग्गज रघुराम भट्ट को कोषाध्यक्ष बनाया जा सकता है, जबकि छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ के प्रभतेज सिंह भाटिया को संयुक्त सचिव का पद मिल सकता है।
चयन समिति में भी फेरबदल
बैठक में कई अन्य महत्वपूर्ण फैसले भी लिए गए। पूर्व भारतीय स्पिनर प्रज्ञान ओझा को राष्ट्रीय सीनियर पुरुष चयन समिति में शामिल किया जा सकता है, जहां वे एस शरथ की जगह लेंगे। शरथ को जूनियर चयन समिति का चेयरमैन बनाया जा सकता है, जो वीएस तिलक नायडू की जगह लेंगे। पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह को सुब्रतो बनर्जी की जगह चयन समिति में जोड़ा जा सकता है। ये सभी बदलाव 28 सितंबर से लागू होंगे, यानी वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 अक्टूबर से शुरू हो रही दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए मौजूदा चयन समिति ही टीम चुनेगी।
देवजीत साकिया सचिव पद पर बने रहेंगे, जबकि राजीव शुक्ला उपाध्यक्ष के रूप में जारी रहेंगे। शुक्ला ने इस पद पर पहले ही पांच साल पूरे कर लिए हैं। अरुण धूमल का आईपीएल चेयरमैन बने रहना तय है, लेकिन बोर्ड वकीलों से सलाह ले रहा है कि क्या उन्हें तीन साल कोषाध्यक्ष रहने और अब चेयरमैन बनने के बाद ‘कूलिंग ऑफ पीरियड’ लेना पड़ेगा।
बैठक में कई बड़े नाम नदारद
बैठक में कई प्रमुख चेहरे अनुपस्थित रहे। पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के प्रतिनिधि के रूप में नामित हरभजन सिंह बैठक में शामिल नहीं हुए। पूर्व कप्तान सौरव गांगुली, जो क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, की मौजूदगी स्पष्ट नहीं है। सूत्रों के अनुसार पूर्व विकेटकीपर किरण मोरे का नाम भी किसी पद के लिए चर्चा में है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि सत्तारूढ़ पार्टी खेल प्रशासनों में पूर्व खिलाड़ियों को बड़ी जिम्मेदारियां देने के पक्ष में है।
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