साहिबगंज में जाली पासपोर्ट बनाने का आरोपी 4 साल बाद गिरफ्तार, बांग्लादेसियों को दस्तावेज उपलब्ध कराने में सहयोग करने का आरोप

साहिबगंजः जिला में राधानगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत श्रीधर पंचायत से शनिवार को चार साल से फरार एक आरोपी को शिकंजे में लिया है. राधानगर पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर श्रीधर दियारा पंचायत के पूर्व मुखिया गणेश कीर्तनीया को गिरफ्तार किया है. पूर्व मुखिया पर जाली पासपोर्ट बनाने और संदिग्ध बांग्लादेशी लोगों को दस्तावेज मुहैया कराने में मदद का संगीन आरोप है.

सूत्रों के अनुसार गणेश कीर्तनीया पर 16 अक्टूबर 2017 को जाली पासपोर्ट बनाने के मामले में कुछ संदिग्ध बांग्लादेसियों को दस्तावेज उपलब्ध कराने में सहयोग करने का आरोप है. इस संदर्भ में राजमहल के तत्कालीन पुलिस निरीक्षण सूरज उरांव के बयान पर राधानगर थाना में मामला दर्ज किया गया था. इस संबंध में राधानगर थाना प्रभारी कुंदन कांत विमल ने बताया कि राजमहल व्यवहार न्यायालय में प्रथम श्रेणी के दंडाधिकारी अशोक कुमार के न्यायालय से गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया गया था. हिरासत में लिए गए पूर्व मुखिया से अन्य महत्वपूर्ण जानकारी लेने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जाएगा.


राजमहल विधायक अनंत ओझा ने भी बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर शुरू से विरोध करते आ रहे हैं. बांग्लादेशी घुसपैठिए चंद पैसों का प्रलोभन देकर स्थानीय लोगों की मदद से अपने लिए जाली दस्तावेज बनवा लेते है. विधायक अनंत ओझा का यह भी आरोप है कि साहिबगंज के राजमहल, उधवा और राधानगर थाना अंतर्गत बांग्लादेशी घुसपैठ कर इन इलाकों में बस चुके हैं. सरकार वोट बैंक की राजनीति की वजह से इन लोगों पर कार्रवाई नहीं कर रही है. विधायक का कहना है कि केंद्र सरकार NRC और CAA कानून लाना चाहती है लेकिन ये लोग राजनीति का सहारा लेकर विरोध करने लगते हैं क्योंकि इनको डर है कि अगर यह कानून लागू हो गया तो कहीं ना कहीं इसमें सभी फंस जाएंगे.