Uttar Pradesh : शनिवार की सुबह बाराबंकी के जिला अस्पताल में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब इमरजेंसी वार्ड में इलाज करा रहे एक मरीज की जेब में रखा मोबाइल फोन अचानक धमाके के साथ फट गया. इस घटना से वहां मौजूद दूसरे मरीज और उनके रिश्तेदार बुरी तरह घबरा गए.
क्या है पूरा मामला?
कहानी शुरू होती है एक सड़क हादसे से. उज्जवल नगर में रहने वाले अवनीश पाल नाम के एक शख्स बाइक से लखनऊ जा रहे थे. रास्ते में एक तेज रफ्तार कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी, जिससे वह घायल हो गए. मदद के लिए आगे आए स्थानीय लोगों ने उन्हें फौरन बाराबंकी के जिला अस्पताल पहुंचाया.
इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर और स्टाफ अवनीश का इलाज कर ही रहे थे कि अचानक उनकी जेब से धुआं निकलने लगा. जब तक कोई कुछ समझ पाता, कुछ ही सेकंड के अंदर एक तेज धमाका हुआ और उनकी जेब में रखे मोबाइल फोन में आग लग गई.
अस्पताल स्टाफ ने दिखाई फुर्ती
वार्ड में धमाके और आग को देखकर लोग घबरा गए और इधर-उधर भागने लगे. हालांकि, अस्पताल के कर्मचारियों ने तुरंत हिम्मत और सूझबूझ दिखाते हुए फायर सिलेंडर की मदद से आग को बुझा दिया. गनीमत यह रही कि इस मोबाइल ब्लास्ट की घटना में किसी को कोई चोट नहीं आई.
क्यों फटा मोबाइल फोन?
बताया जा रहा है कि जो मोबाइल फोन फटा, वह मोटोरोला कंपनी का था. सड़क दुर्घटना में गिरने की वजह से यह फोन पहले से ही डैमेज हो गया था. ऐसा माना जा रहा है कि फोन के अंदरूनी हिस्सों में हुए नुकसान की वजह से शॉर्ट सर्किट हो गया, जिसके कारण फोन गर्म हुआ और आखिर में फट गया. यह घटना एक चेतावनी है कि किसी भी तरह से क्षतिग्रस्त हुए मोबाइल फोन का इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है.
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