Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    21 Aug, 2025 ♦ 10:28 PM
    • About Us
    • Contact Us
    • Webmail
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Telegram WhatsApp
    Johar LIVEJohar LIVE
    • होम
    • देश
    • विदेश
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुड़
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सराइकेला-खरसावां
      • साहेबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • राजनीति
    • बिहार
    • कारोबार
    • खेल
    • सेहत
    • अन्य
      • मनोरंजन
      • शिक्षा
      • धर्म/ज्योतिष
    Johar LIVEJohar LIVE
    Home»देश»समुद्री ऊर्जा, समुद्र जैविकी में अनुसंधान, नवाचार की प्रबल आवश्यकता: नायडू
    देश

    समुद्री ऊर्जा, समुद्र जैविकी में अनुसंधान, नवाचार की प्रबल आवश्यकता: नायडू

    Team JoharBy Team JoharNovember 3, 2019No Comments2 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link

    चेन्नई । उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने रविवार को ककि देश को समुद्री ऊर्जा, समुद्री जीव विज्ञान और जैव प्रौद्याेगिकी के क्षेत्रों को अग्रणी बनाने के लिए अनुसंधान कार्यों और नवाचार की महती आवश्यकता है।
    श्री नायडू ने यहां राष्ट्रीय समुद्र प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईओटी) के सिल्वर जुबली समारोह में कहा,“ यह संस्थान इसको हासिल करने में मील का पत्थर साबित हो सकता है।”
    उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2021-30 का दशक ‘सतत विकास के लिए समुद्री विज्ञान का दशक’ की घोषणा की है। उन्होंने इस पर खुशी जाहिर की भारत समुद्री दिशा में सक्रिय कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
    उप राष्ट्रपति ने एनआईओटी की ओर संकेत करते हुए कहा कि ब्लू इकॉनोमी के प्राथमिक छह स्तम्भों जैसे मत्स्य एवं मत्स्य पालन, अक्षय समुद्री ऊर्जा, बंदरगाह और जहाजरानी, हाइड्रोकार्बन और समुद्री खनिज, समुद्री जैविक प्रौद्योगिकी, अनुसंधान एवं विकास और पर्यटन के सभी पहलुओं पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ‘ब्लू इकॉनोमी’ संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों के 14 वें लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेगी, जो ‘जल के नीचे जीवन’ है।
    श्री नायडू ने कहा, “ सतत विकास के लिए समुद्र, समुद्री संसाधनों के संरक्षण के साथ उनका निरंतर उपयोग करें।” ब्लू इकॉनोमी अप्रत्यक्ष आर्थिक लाभ में भी शामिल हैं जिसकी मार्केटिंग नहीं की जा सकती है। इनमें कार्बन प्राच्छादन, तटीय संरक्षण, सांस्कृतिक मूल्य और जैव विविधता इत्यादि शामिल हैं।

    #National News #Online news Latest news
    Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on Instagram Follow on YouTube Follow on WhatsApp Follow on Telegram
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Previous Articleपलामू : स्नान के दौरान डूबने से दो बहनों की मौत
    Next Article मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, व्हाट्सएप के जरिये लोगों की निजता पर हमला गंभीर मामला

    Related Posts

    ट्रेंडिंग

    एस जयशंकर ने रूसी विदेश मंत्री लावरोव से की मुलाकात, क्या हुई चर्चा… जानें

    August 21, 2025
    टेक्नोलॉजी

    मुंबई-दिल्ली के बाद अब इस शहर में Apple खोलेगा अपना रिटेल स्टोर

    August 21, 2025
    देश

    Rapido पर CCPA ने लगाया 10 लाख का जुर्माना… जानें क्यों

    August 21, 2025
    Latest Posts

    झारखंड CID ने पकड़ा 31 करोड़ से ज्यादा की ठगी का पैसा, सात खाताधारक धराये

    August 21, 2025

    रांची में सेना भर्ती रैली कल से शुरू, युवाओं के लिए बड़ा मौका

    August 21, 2025

    रांची में 22 से 28 अगस्त तक निषेधाज्ञा, क्यों और किस इलाके में… जानें

    August 21, 2025

    “CBI से हो शराब घोटाले की जांच”, बाबूलाल मरांडी ने सीएम हेमंत से पत्र लिखकर की मांग

    August 21, 2025

    एस जयशंकर ने रूसी विदेश मंत्री लावरोव से की मुलाकात, क्या हुई चर्चा… जानें

    August 21, 2025

    © 2025 Johar LIVE. Designed by Forever Infotech. | About Us | AdSense Policy | Privacy Policy | Terms and Conditions | Contact Us

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.