Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    3 Aug, 2025 ♦ 2:52 AM
    • About Us
    • Contact Us
    • Webmail
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Telegram WhatsApp
    Johar LIVEJohar LIVE
    • होम
    • देश
    • विदेश
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुड़
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सराइकेला-खरसावां
      • साहेबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • राजनीति
    • बिहार
    • कारोबार
    • खेल
    • सेहत
    • अन्य
      • मनोरंजन
      • शिक्षा
      • धर्म/ज्योतिष
    Johar LIVEJohar LIVE
    Home»झारखंड»आईआईएम रांची के नाम कीर्तिमान, डिजीलॉकर की सुविधा शुरू करने वाला पहला सेंटर बना
    झारखंड

    आईआईएम रांची के नाम कीर्तिमान, डिजीलॉकर की सुविधा शुरू करने वाला पहला सेंटर बना

    Team JoharBy Team JoharJuly 30, 2021No Comments2 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link

    रांची: राजधानी रांची का आईआईएम सेंटर ने ऐसा कुछ कर दिया है जिसे अबतक अन्य 19 सेंटर नहीं कर पाए हैं. दरअसल, यह पहला आईआईएम बन गया है जहां MBA-HRM, PGEXP, PHD के 2018-20 बैच के छात्रों को डिजिलॉकर की सुविधा दी जा रही है. यहां के छात्र इस सुविधा का लाभ उठाकर डिजिलॉकर पर डिजिटल रूप से अपने प्रमाण पत्र को प्राप्त कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें डिजिलॉकर पर अपनी आईडी बनानी होगी और वो इश्यूर के सर्च सेक्शन में क्लिक कर वांछित जानकारी भरकर अपना सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं. यह जानकारी, झारखंड, एसईएमटी, सलाहकार, पंकज प्रवीण ने दी है. आईआईएम रांची के बाद अब झारखंड के अन्य शैक्षणिक संस्थान भी डिजिलॉकर पर छात्रों के प्रमाण पत्र अपलोड करने की दिशा में कार्य कर रहें हैं.

    आपको बता दें कि डिजीलॉकर वर्चुअल लॉकर है. इसे डिजिटल इंडिया अभियान के तहत शुरू किया गया था. डिजीलॉकर, एक भारतीय डिजिटलीकरण ऑनलाइन सेवा है जो इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), की प्रमुख पहल है. डिजिलॉकर का उद्देश्य नागरिकों के डिजिटल दस्तावेज़ों को प्रामाणिक डिजिटल दस्तावेजों तक पहुंच प्रदान करके देश के नागरिकों का ‘डिजिटल सशक्तिकरण’ करना है.

    डिजिलॉकर सिस्टम में जारी किए गए दस्तावेजों को सूचना प्रौद्योगिकी नियम 2016 के नियम 9A के अनुसार मूल भौतिक दस्तावेजों के समान माना जाता है. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 27 अक्टूबर, 2016 को आयोजित अपनी बैठक में सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी के पैटर्न पर अकादमिक पुरस्कारों के डिजिटल डिपॉजिटरी को राष्ट्रीय शैक्षणिक डिपॉजिटरी (एनएडी) के रूप में स्थापित करने की मंजूरी दी थी. आज झारखंड के सभी शैक्षणिक संस्थानों के नोडल अधिकारी वर्चुअल वेबिनार के माध्यम से जुड़े. इस दौौरान प्रमाण पत्र अपलोड करने की प्रक्रिया की जानकारी दी गई.

    ranchi
    Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on Instagram Follow on YouTube Follow on WhatsApp Follow on Telegram
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Previous Articleझारखंड में खुल गए स्कूल, वीकेंड लॉकडाउन में भी कई तरह की छूट
    Next Article अवैध रूप से निर्मित शोरूम को खाली कराने आए BSL अधिकारी और पुलिसकर्मी भिड़े

    Related Posts

    झारखंड

    मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहुंचे इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, मिनिस्टर रामदास सोरेन का जाना हाल…

    August 2, 2025
    जमशेदपुर

    जमशेदपुर में पार्किंग विवाद में डिलीवरी बॉय की पिटाई, पुलिस ने कार्रवाई से किया इनकार

    August 2, 2025
    जोहार ब्रेकिंग

    सरायकेला के इस इलाके में मिला 125 किलो विस्फोटक, किया गया नष्ट

    August 2, 2025
    Latest Posts

    मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहुंचे इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, मिनिस्टर रामदास सोरेन का जाना हाल…

    August 2, 2025

    से’क्स स्कैंडल मामला : पूर्व सांसद और जेडीएस नेता प्रज्वल रेवन्ना को उम्रकैद की सजा

    August 2, 2025

    जमशेदपुर में पार्किंग विवाद में डिलीवरी बॉय की पिटाई, पुलिस ने कार्रवाई से किया इनकार

    August 2, 2025

    सरायकेला के इस इलाके में मिला 125 किलो विस्फोटक, किया गया नष्ट

    August 2, 2025

    प्रदेश राजद ने बनाए पांच प्रवक्ता, लिस्ट जारी

    August 2, 2025

    © 2025 Johar LIVE. Designed by Forever Infotech. | About Us | AdSense Policy | Privacy Policy | Terms and Conditions | Contact Us

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.