Giridih : गिरिडीह के बगोदर थाना क्षेत्र में संतुरपी के पास जीटी रोड किनारे जंगल से एक युवक का शव मिलने के पीछे छुपे राज पुलिस ने बेनकाब कर दिया है। बीते 18 नवंबर की सुबह जंगल में लाश मिलने की फैली खबर के बाद सनसनी फैल गयी थी। पुलिस जांच में मृतक की शिनाख्त धीरज कुमार के तौर पर की गयी थी। वह बिहार के खगड़ियाॉ का रहने वाला था। पेशे से ट्रक ड्राइवर था। उसके परिजनों के बयान पर ट्रक लूट और हत्या का मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कू थी। गिरिडीह एसपी डॉ बिमल कुमार के निर्देश पर बगोदर सरिया एसडीपीओ धनंजय कुमार राम के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई। टीम ने मानवीय सूचना, सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी जांच की मदद से मामले का उद्भेदन किया। जांच में सामने आया कि यह वारदात ट्रक लूट के दौरान की गई सुनियोजित हत्या थी।
मामले में पुलिस ने बगोदर के जैनुल खान और दाउद खान को सबसे पहले पकड़ा। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे मृतक ड्राइवर को पहले से जानते थे और उसी पहचान का फायदा उठाते हुए उसे साजिश के तहत बगोदर बुलाया गया। ट्रक लूट और हत्या के लिए समस्तीपुर से तीन पेशेवर अपराधियों को भी बुलाया गया था। आरोपियों ने ड्राइवर को शराब पिलाई और गांजा पीने के बहाने सुनसान इलाके में ले गए। संतुरपी के जंगल में ट्रक रोककर उसके साथ मारपीट की गई और ट्रक से निकाली गई रड से उसकी हत्या कर दी गई। इसके बाद शव को जंगल में फेंक दिया गया और आरोपी ट्रक को सरिया, राजधनवार पथ की ओर लेकर भागे। पुलिस की सक्रियता को देखते हुए तीनों बाहरी अपराधी दुमका हसडीहा टोल के पास ट्रक छोड़कर फरार हो गए।
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर लूटा गया छड़ लदा ट्रक, हत्या में इस्तेमाल रड, मृतक के कपड़े, बैग, पैसा, घटना में उपयोग किया गया मोबाइल और वाहन से निकाला गया जीपीएस बरामद कर लिया है। अन्य अपराधियों की तलाश जारी है। गिरफ्तार आरोपियों में जैनुल खान उर्फ अरमान, दाउद खान और द्वारिका सिंह शामिल हैं।

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