Johar Live Desk : सर्दियां शुरू होते ही बाजारों में वॉटर हीटर और हीटर रॉड की मांग बढ़ जाती है। ठंड के मौसम में ठंडे पानी से नहाना किसी चुनौती से कम नहीं होता, इसलिए लोग गर्म पानी के लिए गीजर या वॉटर हीटर का इस्तेमाल करते हैं। ये सस्ते और सुविधाजनक होते हैं, लेकिन ज़रा सी गलती हादसे का कारण बन सकती है।
विशेषज्ञों के अनुसार वॉटर हीटर खरीदते समय हमेशा आईएसआई मार्क वाली और ब्रांडेड कंपनी की रॉड ही लेनी चाहिए। हीटर की कॉइल पर लगी सिलिका कोटिंग दो साल बाद खराब हो जाती है, इसलिए पुराना हीटर बदलते रहना जरूरी है।
प्लास्टिक की बाल्टी में हीटर लगाते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। हीटर को सीधे हुक से न लगाएं, बल्कि नीचे लकड़ी का टुकड़ा रखें ताकि प्लास्टिक न पिघले। एल्युमीनियम की बाल्टी बेहतर विकल्प है, जबकि लोहे की बाल्टी का इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है।

हीटर चालू रहते समय पानी को हाथ से छूना जानलेवा साबित हो सकता है। हमेशा स्विच बंद करने और प्लग निकालने के बाद ही पानी की जांच करें। हीटर को बहुत देर तक चालू रखना भी खतरनाक है क्योंकि इससे कॉइल जल सकती है और आग लग सकती है।
इसके अलावा, गीले हाथों से हीटर को न छुएं, सस्ते और लोकल ब्रांड से बचें, और छोटे बच्चों को इसके पास न जाने दें। विशेषज्ञों का कहना है कि थोड़ी सी सावधानी आपकी जान बचा सकती है और सर्दियों का मौसम सुरक्षित बना सकती है।

