Johar Live Desk : आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो ने रविवार को कोटशिला पहुंचकर रेल-टेका आंदोलन के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। बंगाल पुलिस ने उन्हें दूसरी बार रोकने की कोशिश की, लेकिन वह नाकाम रही। महतो ने पीड़ितों को भरोसा दिलाया कि उनकी न्यायिक लड़ाई का पूरा खर्च आजसू पार्टी उठाएगी।
रेल-टेका आंदोलन और गिरफ्तारी
20 सितंबर को रेल-टेका आंदोलन के दौरान 49 पुरुषों और 2 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया था। पीड़ित परिवारों ने बताया कि आंदोलन के दौरान महिलाओं पर भी लाठीचार्ज और अत्याचार हुआ। सुदेश महतो ने परिवारों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
“शासन जनता की सेवा के लिए, डराने के लिए नहीं”
लोगों को संबोधित करते हुए महतो ने कहा, “शासन का मतलब जनता पर राज करना नहीं, उनकी सेवा करना है। अगर शासन डराने लगे, तो समझो जनता जाग चुकी है।” उन्होंने आंदोलनकारियों के साथ खड़े रहने और उनके लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा का वादा किया। महतो ने कहा, “सच्चा शासन जनता के हित में होता है, उसे दबाने के लिए नहीं।”

आजसू ने बताया लोकतंत्र का हनन
आजसू पार्टी ने बंगाल पुलिस की रोक को लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन करार दिया। महतो ने लोगों से बिना डरे अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने की अपील की। इस मौके पर गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी, केंद्रीय महासचिव हरे लाल महतो और अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद थे।
पीड़ितों के लिए आजसू का समर्थन
सुदेश महतो ने स्पष्ट किया कि आजसू पार्टी हर स्तर पर पीड़ितों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि पार्टी न केवल कानूनी लड़ाई का खर्च उठाएगी, बल्कि पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देगी।
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