Ranchi : झारखंड की राजधानी रांची के फिरदौस नगर, मनीटोला डोरंडा स्थित खानकाह मज़हरिया मुनअमिया में हर साल की तरह इस वर्ष भी दो दिवसीय उर्स-ए-गौसुल आज़म का आयोजन 3 अक्टूबर से शुरू हो गया। इस रूहानी आयोजन की अध्यक्षता खानकाह के सज्जादा नशीन, पीर-ए-तरीकत, रहबर-ए-शरीअत अल्हाज सैयद शाह मौलाना अलकमा शिबली कादरी साहब कर रहे हैं।
दो दिनों तक भक्तिमय कार्यक्रम
3 और 4 अक्टूबर को चलने वाले इस उर्स में सूफियाना कव्वाली, मिलाद शरीफ, हलक़ा-ए-ज़िक्र, फातिहा खानी और लंगर शरीफ जैसे रूहानी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। आयोजन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। झारखंड के सभी जिलों के साथ-साथ बिहार, बंगाल और अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में अकीदतमंद इस उर्स में शामिल हो रहे हैं। कई स्थानीय गणमान्य व्यक्ति भी कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं।
पहला दिन : 3 अक्टूबर
उर्स की शुरुआत शुक्रवार सुबह परचम कुशाई के साथ हुई। दिनभर नज़र-ओ-नियाज़ का सिलसिला चला। नमाज़-ए-मग़रिब के बाद हलक़ा-ए-ज़िक्र, सिज़राख़ानी, फातिहा खानी और सलातो-सलाम का आयोजन हुआ। रात 9 बजे से पटना फुलवारी शरीफ और बनारस से आए मशहूर कव्वाल अनीस ख़ान और उनकी टीम ने सूफियाना कव्वाली पेश की। इसके बाद अकीदतमंदों के लिए लंगर शरीफ का इंतजाम किया गया।

दूसरा दिन : 4 अक्टूबर
शनिवार सुबह 10 बजे से मिलाद शरीफ और हुज़ूर गौस पाक की शान में जलसे का आयोजन होगा, जिसमें शहर के कई विद्वान (अलीम-ए-दीन) शामिल होंगे। इसके बाद फातिहा खानी, कव्वाली और दोपहर में लंगर शरीफ होगा। शाम 4 से 5 बजे तक संवार-ए-ज़ियान शरीफ और कव्वाली होगी। नमाज़-ए-मग़रिब के बाद फातिहा खानी और आखिरी कुल शरीफ के साथ उर्स का समापन होगा।
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