Patna : पिछले कुछ वर्षों में बिहार का रियल एस्टेट सेक्टर बहुत तेजी से उभरा है। पटना, मुजफ्फरपुर, गया, भागलपुर और दरभंगा जैसे शहर निवेशकों के लिए सोने की खान साबित हो रहे हैं। एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर आप इन जगहों पर अभी प्रॉपर्टी में निवेश करते हैं, तो अगले पांच साल में 20 से 30 प्रतिशत तक लाभ मिलने की संभावना है। इसलिए, अगर आप बिहार में प्रॉपर्टी खरीदने का सोच रहे हैं, तो यह सही समय माना जा रहा है।
हालांकि, निवेश से पहले प्रॉपर्टी की लीगल जांच जरूर करें, क्योंकि इस क्षेत्र में धोखाधड़ी के मामले भी बढ़ रहे हैं।
पटना के दानापुर, फ्रेजर रोड और गंगा पाथवे इलाकों में प्रॉपर्टी की मांग सबसे ज्यादा है। एम्स, पटना मेट्रो और आईटी पार्क्स की वजह से ये क्षेत्र निवेशकों के लिए बेहद आकर्षक बन गए हैं। मुजफ्फरपुर में शिक्षा संस्थान और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था की वजह से रेंटल डिमांड बढ़ी है। यहां फ्लाईओवर, नई सड़कें और अपार्टमेंट प्रोजेक्ट्स भी तेजी से बन रहे हैं, जो निवेशकों को लुभा रहे हैं।
गया में धार्मिक पर्यटन के कारण प्रॉपर्टी निवेश के नए अवसर सामने आ रहे हैं। भागलपुर की सिल्क इंडस्ट्री और नए टाउनशिप प्रोजेक्ट्स प्रोफेशनल्स को आकर्षित कर रहे हैं। दरभंगा में एयरपोर्ट और रेल कनेक्टिविटी के सुधार से व्यापारिक और आवासीय प्रॉपर्टी की मांग में इजाफा हुआ है।
प्रॉपर्टी की कीमतों की बात करें तो पटना में प्रति वर्ग फुट 7,000 से 8,000 रुपये, मुजफ्फरपुर में 5,000 से 7,000 रुपये, गया में 3,500 से 7,000 रुपये, भागलपुर में 5,000 से 6,000 रुपये और दरभंगा में 6,000 से 10,000 रुपये तक है।
पटना में सालाना 10-12 प्रतिशत की ग्रोथ और 4-5 प्रतिशत रेंटल यील्ड की उम्मीद है। मेट्रो और हाईवे प्रोजेक्ट्स की वजह से 2025-30 तक प्रॉपर्टी की कीमतों में 25-35 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हो सकती है। मुजफ्फरपुर में स्थिर कीमतों के साथ हाईवे विकास के चलते 20 प्रतिशत तक रिटर्न और 10 प्रतिशत तक रेंटल यील्ड मिल सकती है।
गया में पर्यटन और सड़क परियोजनाओं से 20-30 प्रतिशत की कीमतों में वृद्धि और सीजनल रेंटल का लाभ उठाया जा सकता है। भागलपुर में नई कॉलोनियों और ट्रांसपोर्ट सुधारों के कारण 10 प्रतिशत रेंटल यील्ड और 20 प्रतिशत ग्रोथ की संभावना है।
दरभंगा में एयरपोर्ट और व्यापारिक उछाल से 25 प्रतिशत तक प्रॉपर्टी की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है, साथ ही कमर्शियल प्रॉपर्टी में भी तेजी देखी जा रही है। आने वाले समय में बिहार में संस्थागत निवेश 30 प्रतिशत तक बढ़ने की संभावना है। निवेश करने से पहले बिहार RERA की वेबसाइट से प्रोजेक्ट की वैरिफिकेशन जरूर करें और बाजार की ट्रेंड्स पर नजर बनाए रखें।
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