Patna : बिहार की राजधानी में मेट्रो का इंतजार जल्द खत्म होने वाला है। पटना मेट्रो का उद्घाटन 29 सितंबर 2025 को हो सकता है, हालांकि प्रधानमंत्री कार्यालय से अंतिम मंजूरी के बाद तारीख की आधिकारिक घोषणा होगी। शुरुआत में सिग्नल सिस्टम अधूरा होने के कारण मेट्रो वॉकी-टॉकी के सहारे चलेगी और रफ्तार 80 किमी/घंटा से कम रहेगी।
मधुबनी पेंटिंग से सजा मेट्रो का लुक
पटना मेट्रो की बोगियां मधुबनी पेंटिंग से सजाई गई हैं। नारंगी रंग की बोगियों के गेट, बॉडी और खिड़कियों पर मधुबनी स्टिकर लगाए गए हैं। अंदर की छत पर भी मधुबनी पेंटिंग सजाई गई है। बोगियों पर गोलघर, महावीर मंदिर, महाबोधि वृक्ष, बुद्ध स्तूप और नालंदा खंडहर जैसे बिहार के प्रमुख पर्यटक स्थलों की तस्वीरें हैं।
ट्रायल रन की सफलता
पटना मेट्रो का पहला ट्रायल रन 3 सितंबर को डिपो के 800 मीटर ट्रैक पर हुआ था। इसके बाद 7 सितंबर को तीन कोच वाली मेट्रो ने डिपो से आईएसबीटी स्टेशन तक 3.6 किमी का सफर एलिवेटेड ट्रैक पर पूरा किया। इस दौरान स्पीड, सिग्नलिंग सिस्टम और ट्रैक की सुरक्षा की जांच की गई। ट्रायल में तकनीकी खामियों को भी देखा गया।
सिग्नल सिस्टम और रफ्तार
फिलहाल सिग्नल सिस्टम पूरा नहीं होने से मेट्रो की रफ्तार कम रहेगी, जिससे सफर में ज्यादा समय लगेगा। कॉरिडोर-2 में सिग्नल सिस्टम शुरू होने के बाद मेट्रो 10-15 मिनट में दूरी तय करेगी। शुरुआत में रेड लाइन पर वॉकी-टॉकी के सहारे परिचालन होगा।
स्टेशनों का काम
मेट्रो अधिकारियों के मुताबिक, जीरोमाइल, भूतनाथ और मलाही पकड़ी स्टेशनों का 85% फिनिशिंग वर्क पूरा हो चुका है। लिफ्ट, एस्केलेटर और फ्लोर का काम हो गया है, लेकिन पार्किंग सहित 15% काम बाकी है। आईएसबीटी स्टेशन की फिनिशिंग और खेमनीचक के पास पांच पिलरों पर स्लैब चढ़ाने का काम भी अधूरा है। स्लैब और फिनिशिंग पूरी होने के बाद मेट्रो डिपो से मलाही पकड़ी तक पहुंचेगी।
यात्रियों की सुविधा
पटना मेट्रो बिहारवासियों के लिए एक नई सुविधा होगी। मधुबनी पेंटिंग से सजी बोगियां और आधुनिक स्टेशन यात्रियों को आकर्षित करेंगे। मेट्रो परियोजना के पूरा होने से पटना में यातायात और समय की बचत होगी। प्रशासन ने जल्द से जल्द काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
Also Read : दुर्गापूजा 2025 : पटना में 1,400 पूजा समितियों को मिलेगा लाइसेंस, सुरक्षा पर विशेष ध्यान