New Delhi : भारत के नवनिर्वाचित 15वें उपराष्ट्रपति चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन का शपथ ग्रहण समारोह शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में होगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सुबह उन्हें पद की शपथ दिलाएंगी। समारोह से पहले कई प्रमुख राजनीतिक नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू, पंजाब के राज्यपाल व चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया, झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव समारोह में शामिल होने के लिए दिल्ली आ चुके हैं।
मंगलवार को मिली थी जीत
एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन को 9 सितंबर को हुए चुनाव में 452 वोट मिले, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार व पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट प्राप्त हुए। राज्यसभा महासचिव व निर्वाचन अधिकारी पीसी मोदी ने बताया कि कुल 781 सांसदों में से 767 ने वोट डाले, जो 98.2 प्रतिशत मतदान है। इनमें 752 वैध और 15 अवैध वोट थे। प्रथम वरीयता के लिए जरूरी बहुमत 377 था। एनडीए को 427 सांसदों का समर्थन था, लेकिन वाईएसआरसीपी के 11 सांसदों ने भी राधाकृष्णन का साथ दिया। उम्मीद से 14 वोट ज्यादा मिलने से विपक्ष में क्रॉस-वोटिंग की अटकलें लगीं।
13 सांसदों ने किया बहिष्कार
चुनाव में 13 सांसद मतदान से दूर रहे। इनमें बीजू जनता दल (बीजेडी) के 7, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के 4, शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के 1 और एक निर्दलीय सांसद शामिल हैं। परिणाम आने के बाद PM मोदी ने राधाकृष्णन को बधाई दी। उन्होंने कहा कि नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति भारत के संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करेंगे और संसदीय संवाद में सकारात्मक योगदान देंगे।
जगदीप धनखड़ ने दिया इस्तीफा
यह चुनाव पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा देने के बाद जरूरी हो गया था। धनखड़ ने राष्ट्रपति मुर्मू को पत्र लिखकर कहा था कि वे स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता देने और चिकित्सकीय सलाह मानने के लिए तत्काल पद छोड़ रहे हैं।
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