Johar Live Desk : जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संबंध रखने के आरोप में दो सरकारी कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त कर दिया। यह कार्रवाई संविधान के अनुच्छेद 311(2)(C) के तहत की गई, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में बिना जांच के कर्मचारी को हटाने का प्रावधान देता है। बर्खास्त कर्मचारियों की पहचान खुर्शीद अहमद राथर और सियाद अहमद खान के तौर पर की गई है। राथर कुपवाड़ा के करनाह में शिक्षक के पद पर कार्यरत थे, जबकि खान केरन, कुपवाड़ा में भेड़ पालन विभाग में सहायक स्टॉकमैन थे।
खुफिया और कानून प्रवर्तन एजेंसियों की जांच में सामने आया कि दोनों कर्मचारी प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहे थे। इनके खिलाफ आतंकियों को सहायता प्रदान करने, आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता और देशविरोधी तत्वों से संपर्क रखने जैसे गंभीर आरोपों के पुख्ता सबूत मिले हैं। जम्मू-कश्मीर सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह आतंकवाद और उससे जुड़ी किसी भी गतिविधि के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर अडिग है। सरकार ने चेतावनी दी है कि ऐसे मामलों में किसी भी तरह की नरमी नहीं बरती जाएगी।
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