Vaishali/Patna : बिहार पुलिस और STF (स्पेशल टास्क फोर्स) को एक बड़ी सफलता मिली, जब वैशाली जिले के चिंतामणिपुर हाई स्कूल के पीछे एक बगीचे में मुठभेड़ के दौरान कुख्यात लुटेरा अरविंद सहनी मारा गया। अरविंद के खिलाफ हत्या, लूट, डकैती और हथियार तस्करी जैसे कुल 22 संगीन आपराधिक मामले दर्ज थे, जो बिहार के कई जिलों सहित अन्य राज्यों तक फैले हुए थे।
कोर्ट से फरार होने के बाद था पुलिस की रडार पर
गौरतलब है कि 28 मई 2025 को अरविंद सहनी समस्तीपुर कोर्ट में पेशी के दौरान फरार हो गया था। उसने अपने तीन साथियों – मनीष कुमार, मनजीत कुमार और राजनंदन उर्फ हैदर के साथ मिलकर पुलिस को चकमा दिया था। जैसे ही गार्ड ने हवालात का ताला खोला, इन चारों ने जोरदार धक्का मारकर भागने में सफलता पाई। मौके पर एक अपराधी नागेंद्र महतो को पकड़ लिया गया था, लेकिन अरविंद बच निकला।
बिहार से छत्तीसगढ़ तक फैला नेटवर्क
अरविंद सहनी वैशाली जिले के सहथा भगवानपुर गांव का निवासी था और उसकी उम्र लगभग 30 साल थी। उस पर मुजफ्फरपुर पुलिस ने ₹50,000 का इनाम घोषित किया था, जबकि उसके अन्य साथियों मोहम्मद अनवर और मंजीत कुमार पर ₹25,000-₹25,000 का इनाम रखा गया था।

उसका आपराधिक इतिहास काफी लंबा था। वह न केवल बिहार बल्कि छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भी डकैती, लूट और हथियारों की तस्करी जैसी वारदातों में शामिल था। वर्ष 2019 में हाजीपुर के मुथूट फाइनेंस ऑफिस से 55 किलोग्राम सोने की लूट में भी उसका नाम सामने आया था। इसके अलावा मुजफ्फरपुर बैंक लूट और छत्तीसगढ़ की बड़ी गोल्ड लूट में भी उसकी संलिप्तता पाई गई थी।
लूट की योजना बना रहा था
हाल ही में पुलिस को सूचना मिली थी कि अरविंद अपने गिरोह के साथ मुजफ्फरपुर के करजा थाना क्षेत्र में एक बड़ी लूट की योजना बना रहा है। पुलिस वहां पहुंची जरूर, लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर वह भागने में सफल रहा। मौके से पुलिस ने एक बाइक, एक मैगजीन और कुछ कारतूस बरामद किए थे।
14 अगस्त की शाम को वैशाली पुलिस और STF की संयुक्त टीम को सूचना मिली कि अरविंद सहनी चिंतामणिपुर के एक बगीचे में छिपा हुआ है। पुलिस टीम ने इलाके को घेर लिया। मुठभेड़ के दौरान अरविंद ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हो गया और कुछ अन्य जवानों को हल्की चोटें आईं। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अरविंद मारा गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, करीब 20 राउंड फायरिंग हुई।
SP ने दी जानकारी
वैशाली के SP ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए कहा, “अरविंद सहनी जैसे दुर्दांत अपराधी की मौत कानून-व्यवस्था के लिए बड़ी राहत है। उसका नेटवर्क बहुत मजबूत था और वह खुलेआम लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। पुलिस अब उसके गिरोह के फरार सदस्यों की तलाश में जुटी है।”
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