Johar Live Desk : आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए जिम और सख्त डाइट रूटीन का सहारा ले रहे हैं। लेकिन भारतीय रसोई में तेल और मसालों से बने चटपटे व्यंजनों का स्वाद भले ही लाजवाब हो, ये सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। ज्यादा तेल का इस्तेमाल मोटापा, दिल की बीमारियां और कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। यही वजह है कि अब लोग ‘नो-ऑयल डाइट’ के ट्रेंड की ओर रुख कर रहे हैं, जो सोशल मीडिया पर तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
क्या है नो-ऑयल डाइट?
नो-ऑयल डाइट में रिफाइंड या वेजिटेबल ऑयल को पूरी तरह से खाने से हटा दिया जाता है। इसकी जगह फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज, दालें, ड्राई फ्रूट्स और बीज जैसे प्राकृतिक खाद्य पदार्थों को शामिल किया जाता है। इनमें मौजूद प्राकृतिक वसा शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करती है।
जानें इसके फायदे :
- वजन घटाने में मदद : तेल को डाइट से हटाने से वजन कम करना आसान हो जाता है। स्टीम की हुई दाल, ग्रिल्ड सब्जियां और बिना तेल की रेसिपी फैट बर्निंग को बढ़ावा देती हैं।
- दिल की सेहत : रिफाइंड तेल में मौजूद ओमेगा-6 फैट्स शरीर में सूजन बढ़ा सकते हैं। नो-ऑयल डाइट से कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है, जिससे हृदय रोगों का खतरा कम होता है।
- बेहतर पाचन : यह डाइट पेट, लिवर और पैंक्रियाज पर कम दबाव डालती है, जिससे गैस, एसिडिटी और पेट फूलने जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।
- त्वचा में निखार : तेल मुक्त भोजन से मुंहासे और दाग-धब्बे कम होते हैं। साथ ही, शरीर का डिटॉक्सिफिकेशन होने से चेहरे पर प्राकृतिक चमक आती है।
- ब्लड शुगर नियंत्रण : नो-ऑयल डाइट से ब्लड शुगर लेवल स्थिर रहता है, जिससे बार-बार भूख लगना, मूड स्विंग और ज्यादा खाने की आदत कम होती है।
सोशल मीडिया पर उभरता ट्रेंड
हेल्थ विशेषज्ञों का कहना है कि नो-ऑयल डाइट न केवल सेहत के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी बेहतर है। सोशल मीडिया पर लोग इस डाइट को अपनाकर अपनी सेहत में आए बदलावों को साझा कर रहे हैं। अगर आप भी अपनी सेहत को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो इस ट्रेंड को आजमाकर देख सकते हैं।
Disclaimer : इस लेख में दी गई जानकारी, सुझाव और सलाह केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से प्रदान की गई है। यह किसी भी प्रकार की पेशेवर चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या या उपचार से संबंधित निर्णय लेने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।
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