Patna : इंडिया गठबंधन ने अपनी प्रस्तावित वोट अधिकार यात्रा के कार्यक्रम में बदलाव किया है। पहले 10 अगस्त से शुरू होने वाली यह यात्रा अब 17 अगस्त से बिहार के सासाराम से आरंभ होगी। सूत्रों के अनुसार, राज्य में हो रही भारी बारिश, कई जिलों में बाढ़ की स्थिति और शहरों में जलजमाव के कारण यह निर्णय लिया गया है। इसके अलावा, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन को भी इस बदलाव का कारण बताया जा रहा है।
इस यात्रा में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित गठबंधन के अन्य प्रमुख नेता शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी इस यात्रा से जुड़ सकती हैं। गठबंधन जल्द ही यात्रा का विस्तृत कार्यक्रम जारी करेगा, जिसमें 30 से अधिक जिलों को कवर करने की योजना है।
यात्रा का उद्देश्य और रणनीति
महागठबंधन की यह वोट अधिकार यात्रा बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले जनता के बीच गठबंधन का संदेश पहुंचाने और केंद्र व राज्य की एनडीए सरकार की कथित नाकामियों को उजागर करने का एक बड़ा अभियान है। यात्रा के दौरान पदयात्रा और जनसभाओं का आयोजन होगा, जिसमें विशेष गहन मतदाता पुनरीक्षण (SIR) की कमियों को प्रमुखता से उठाया जाएगा। गठबंधन के नेता बूथ स्तर तक जाकर जनता से सीधा संवाद स्थापित करेंगे और मतदाताओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करेंगे।
सासाराम से शुरू होगी यात्रा
यात्रा की शुरुआत 17 अगस्त को सासाराम से होगी, जो शाहाबाद क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह क्षेत्र कांग्रेस की पूर्व दिग्गज नेता मीरा कुमार का गढ़ रहा है, जिसका ऐतिहासिक महत्व गठबंधन के लिए रणनीतिक रूप से अहम है। यात्रा के पहले चरण में सासाराम से शुरू होकर विभिन्न जिलों को कवर किया जाएगा, जिसका समापन एक विशाल रैली के साथ होने की संभावना है।
महागठबंधन की रणनीति
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस यात्रा के जरिए गठबंधन दलित, कुशवाह और मुस्लिम मतदाताओं को एकजुट करने का प्रयास करेगा। साथ ही, यह यात्रा बिहार में विपक्ष की एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए एनडीए सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति का हिस्सा है। तेजस्वी यादव ने कहा, “हम जनता के बीच जाकर केंद्र और राज्य सरकार की विफलताओं को उजागर करेंगे। यह यात्रा बिहार की जनता से सीधा संवाद स्थापित करने का माध्यम होगी।”