Patna : बिहार की राजधानी के मसौढ़ी में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है, जहां ‘डॉग बाबू’ नाम के एक कुत्ते के नाम पर आवासीय प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया। प्रमाण पत्र में पिता का नाम ‘कुत्ता बाबू’ और माता का नाम ‘कुतिया देवी’ दर्ज है। इस घटना ने प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है।
पटना के DM त्याग राजन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। मसौढ़ी अनुमंडलाधिकारी को इसकी जांच का जिम्मा सौंपा गया है और 24 घंटे के अंदर विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। DM ने सोमवार को X पर जानकारी दी कि मसौढ़ी अंचल में ‘डॉग बाबू’ के नाम से जारी आवासीय प्रमाण पत्र को रद्द कर दिया गया है।
मसौढ़ी अंचल में ‘डॉग बाबू’ के नाम से निवास प्रमाण पत्र निर्गत करने का मामला प्रकाश में आया है। मामला संज्ञान में आते ही उक्त निवास प्रमाण पत्र रद्द कर दिया गया है।
साथ ही आवेदक, कंप्यूटर ऑपरेटर एवं प्रमाण पत्र निर्गत करने वाले पदाधिकारी के विरुद्ध स्थानीय थाना में प्राथमिकी… pic.twitter.com/POxB4nXFch
— District Administration Patna (@dm_patna) July 28, 2025
मसौढ़ी अनुमंडलाधिकारी ने बताया कि यह आवेदन फर्जी तरीके से किया गया था। उन्होंने कहा, “हम इसकी गहराई से जांच कर रहे हैं। आवेदन को रिजेक्ट कर दिया गया है, हालांकि इसे आवेदन के समय ही रद्द कर देना चाहिए था।”
प्रमाण पत्र में क्या लिखा था :
24 जुलाई 2025 को मसौढ़ी अंचल से जारी इस आवासीय प्रमाण पत्र में लिखा गया था कि “डॉग बाबू, पिता- कुत्ता बाबू, माता- कुतिया देवी, ग्राम- काउली चक, वार्ड संख्या- 15, डाकघर- मसौढ़ी, पिन कोड- 804452, थाना- मसौढ़ी, प्रखंड- मसौढ़ी, जिला- पटना, बिहार राज्य के स्थाई निवासी हैं।” प्रमाण पत्र पर राजस्व अधिकारी मुरारी चौहान की डिजिटल हस्ताक्षर भी मौजूद थे। प्रमाण पत्र का नंबर BRCCO/2025/15933581 था।
दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
DM त्याग राजन ने कहा कि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले आवेदक, कंप्यूटर ऑपरेटर और प्रमाण पत्र जारी करने वाले पदाधिकारी के खिलाफ स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। इसके अलावा, दोषी कर्मियों और अधिकारियों के खिलाफ विभागीय और अनुशासनिक कार्रवाई भी की जाएगी।
प्रशासन की चूक पर सवाल
इस घटना ने प्रशासनिक प्रक्रिया में खामियों को उजागर किया है। सवाल उठ रहे हैं कि इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई और फर्जी आवेदन को प्रारंभिक स्तर पर ही क्यों नहीं रोका गया। जांच के बाद इस मामले में और तथ्य सामने आने की उम्मीद है।
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