Patna : बिहार के पूर्व मंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने घोषणा की कि वे महुआ विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेंगे।
तेज प्रताप ने बताया कि उन्होंने ‘टीम तेज प्रताप यादव’ नाम से एक ओपन प्लेटफॉर्म तैयार किया है, जो कोई राजनीतिक पार्टी नहीं, बल्कि एक सामाजिक मंच है। इस मंच का उद्देश्य सभी वर्गों, खासकर युवाओं को जोड़ना और उन्हें प्रतिनिधित्व देना है। उन्होंने कहा, “हमारा दरवाजा सबके लिए खुला है। हम समाज के हर तबके को साथ लेकर चलना चाहते हैं।”
महुआ के प्रति भावनात्मक लगाव :
तेज प्रताप ने स्पष्ट किया कि उनका महुआ से गहरा भावनात्मक जुड़ाव है। उन्होंने कहा, “महुआ हमारी कर्मभूमि है। हम इसे जिला बनाएंगे।” उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि RJD ने महुआ सीट से किसी अन्य उम्मीदवार को टिकट दिया, तो जनता उसे हराने का काम करेगी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल उनकी कोई नई राजनीतिक पार्टी शुरू करने की योजना नहीं है।
राजनीतिक हलचल तेज :
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेज प्रताप का यह कदम न केवल RJD के लिए नई चुनौती पेश कर सकता है, बल्कि महुआ सीट पर एक रोमांचक मुकाबले की नींव भी रखता है। बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है, और अक्टूबर-नवंबर 2025 में राज्य में विधानसभा चुनाव होने कीसंभावना है।
क्या होगा असर :
तेज प्रताप के इस फैसले से बिहार की सियासत में नया मोड़ आ सकता है। महुआ सीट पर उनकी निर्दलीय उम्मीदवारी और ‘टीम तेज प्रताप यादव’ मंच के जरिए युवाओं को जोड़ने की कोशिश से सियासी समीकरण बदल सकते हैं। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि RJD इस स्थिति से कैसे निपटती है और महुआ में चुनावी जंग कितनी रोमांचक होती है।
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