Ranchi : झारखंड सरकार ने एक मानवीय निर्णय लेते हुए राज्य के सभी अस्पतालों में मृत्यु के बाद शव को रोककर रखने की व्यवस्था समाप्त कर दी है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब अस्पताल प्रबंधन को मरीज की मृत्यु के तुरंत बाद शव परिजनों को सौंपना होगा, जिससे अंतिम संस्कार में किसी प्रकार की देरी न हो और गरीब परिवारों को राहत मिल सके।
सोशल मीडिया पर दी जानकारी
डॉ. अंसारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर लिखा, “यह निर्णय मानवीय संवेदना और कांग्रेस की सेवा भावना से प्रेरित है। अब कोई भी गरीब अपने प्रियजन के शव को छुड़ाने के लिए भटकता नहीं फिरेगा।”
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— Dr. Irfan Ansari (@IrfanAnsariMLA) June 23, 2025
अंतिम संस्कार में नहीं होगी देरी
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अक्सर आर्थिक तंगी की वजह से परिजन शव लेने में असमर्थ रहते हैं, जिससे अंतिम संस्कार में देरी होती है। लेकिन अब यह नई व्यवस्था सभी वर्गों को अपने प्रियजनों को सम्मानजनक विदाई देने में मदद करेगी।
कांग्रेस की संवेदनशीलता को बताया प्रेरणा
डॉ. अंसारी ने अपने बयान में कहा कि यह फैसला कांग्रेस की उस विचारधारा को दर्शाता है जो हमेशा पीड़ितों और जरूरतमंदों के साथ खड़ी रहती है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि हर व्यक्ति को इंसानियत के साथ स्वास्थ्य सेवाएं और सम्मानजनक विदाई का अधिकार मिले।
इस फैसले का आम जनता और सामाजिक संगठनों ने स्वागत किया है, जो लंबे समय से इस तरह की मानवीय पहल की मांग कर रहे थे।
“मौत के बाद इंसानियत जिंदा रहनी चाहिए”
हमने एक ऐसा मानवीय फैसला लिया है, जिसकी गूंज न सिर्फ राज्य में बल्कि पूरे देश में सुनी जा रही है। अब किसी भी मरीज की मृत्यु के बाद अस्पताल शव को रोक कर नहीं रखेगा, इससे गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को बड़ी राहत मिली है।
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