Siwan/Patna : PM नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पर बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के अपमान का गंभीर आरोप लगाया है। सीवान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए PM मोदी ने लालू पर निशाना साधते हुए कहा कि RJD पिछड़े और अति पिछड़े वर्गों के प्रति सम्मान नहीं रखते। उन्होंने लालू द्वारा कथित तौर पर आंबेडकर की तस्वीर के साथ किए गए व्यवहार को अपमानजनक बताया और कहा कि बिहार के लोग इसे कभी नहीं भूलेंगे।
PM का हमला : “लालू कभी माफी नहीं मांगेंगे”
गले में नीला गमछा डाले पीएम मोदी ने कहा, “हम कहते हैं सबका साथ, सबका विकास, लेकिन लालटेन और पंजे वाले कहते हैं परिवार का साथ, परिवार का विकास। इनकी राजनीति का यही मकसद है। ये लोग अपने परिवार के हित के लिए बिहार के करोड़ों परिवारों का नुकसान करने से भी नहीं चूकते। बाबा साहेब आंबेडकर ऐसी राजनीति के सख्त खिलाफ थे, इसलिए ये लोग कदम-कदम पर उनका अपमान करते हैं।”
मोदी ने आगे कहा, “हाल ही में पूरे देश ने देखा कि RJD वालों ने बाबा साहेब की तस्वीर के साथ क्या व्यवहार किया। बिहार में पोस्टर लगे हैं कि लालू माफी मांगें, लेकिन मैं जानता हूं कि ये लोग कभी माफी नहीं मांगेंगे। इनके मन में पिछड़े वर्गों के लिए कोई सम्मान नहीं है। मैं बाबा साहेब को दिल में रखता हूं, लेकिन ये लोग उनकी तस्वीर को पैरों तले रखते हैं।”
क्या है पूरा मामला
11 जून को लालू यादव के जन्मदिन के मौके पर पटना में राबड़ी देवी के आवास पर कार्यकर्ताओं से उनकी मुलाकात हुई थी। किडनी ट्रांसप्लांट के बाद स्वास्थ्य कारणों से सावधानी बरत रहे लालू एक कुर्सी पर बैठे थे और दूसरी कुर्सी पर अपने पांव रखे हुए थे। इस दौरान एक कार्यकर्ता बाबा साहेब आंबेडकर की तस्वीर वाला फ्रेम लेकर पहुंचा और लालू के पांव छूकर फ्रेम उनके स्टाफ को सौंपकर चला गया। वायरल हुए वीडियो में फ्रेम का पिछला हिस्सा लालू की ओर था, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें यह पता ही नहीं था कि फ्रेम में आंबेडकर की तस्वीर है।
BJP ने लगाए पोस्टर, एससी कमीशन का नोटिस
इस वीडियो के सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने लालू पर आंबेडकर के अपमान का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। बिहार में जगह-जगह “लालू माफी मांगो” के पोस्टर लगाए गए हैं। साथ ही, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने भी इस मामले में लालू को नोटिस जारी किया है। BJP नेताओं का कहना है कि यह घटना दलित समुदाय के प्रति आरजेडी की मानसिकता को दर्शाती है।
लालू के बचाव में JDU विधायक
वहीं, JDU विधायक गोपाल मंडल ने लालू का बचाव करते हुए कहा कि वह बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान कर ही नहीं सकते। मंडल ने कहा कि यह मामला गलतफहमी का परिणाम है और लालू को बदनाम करने की साजिश की जा रही है।
राजनीतिक घमासान तेज
इस विवाद ने बिहार की सियासत में नया तूफान खड़ा कर दिया है। BJP जहां इस मुद्दे को दलित और पिछड़े वर्गों के बीच ले जाकर लालू और आरजेडी को घेरने की कोशिश में है, वहीं आरजेडी समर्थक इसे महज एक गलतफहमी बता रहे हैं। बिहार की जनता अब इस मसले पर दोनों पक्षों की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रही है।
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