Johar Live Desk : छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश की सीमा पर स्थित मारेडपल्ली जंगलों में बुधवार को ग्रेहाउंड्स फोर्स और नक्सलियों के बीच जोरदार मुठभेड़ हुई। इसमें ग्रेहाउंड्स ने नक्सलियों के तीन बड़े कैडर को मार गिराया है। इनमें केंद्रीय कमेटी के सदस्य गजराला रवि उर्फ उदय और नक्सली नेत्री अरुणा शामिल हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक अन्य महिला नक्सली अंजू भी इस मुठभेड़ में मारी गई है।
गजराला रवि कौन था?
62 वर्षीय गजराला रवि तेलंगाना के वरंगल जिले का निवासी था। 1980 के दशक में पीपुल्स वार ग्रुप (PWG) से जुड़ा और रेडिकल स्टूडेंट्स यूनियन का नेता रहा। बाद में आंध्र-ओडिशा सीमा पर उसे सक्रिय किया गया। 2004-05 में वह शांति वार्ता में PWG प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा था। उसका पूरा परिवार नक्सलवाद से जुड़ा रहा—पत्नी, भाई और भाभी सभी मारे जा चुके हैं, जबकि छोटा भाई आत्मसमर्पण कर चुका है।
नक्सली अरुणा की भूमिका
अरुणा विशाखापत्तनम जिले की रहने वाली थी और लगभग 25 साल से नक्सली गतिविधियों में सक्रिय थी। वह माओवादी नेता चलापति की पत्नी थी, जिनकी हाल ही में मौत हो चुकी है। उसका भाई भी 2015 में मुठभेड़ में मारा गया था। सूत्रों के अनुसार, अरुणा हाल ही में गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से भी पीड़ित थी। AOBSZC (आंध्र-ओडिशा बॉर्डर स्पेशल जोन) माओवादियों के लिए गढ़ रहा है, जहां पिछले कुछ वर्षों में लगातार नक्सल विरोधी अभियान तेज हुए हैं।
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