Ranchi: रांची के नामकुम थाना क्षेत्र स्थित गरुड़पीढ़ी पुल निर्माण स्थल पर MCC के नाम पर लेवी मांगने और काम बंद कराने की धमकी देने के मामले में दो उग्रवादियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस संबंध में नामकुम थाना में 22 मई को बीएनएस एवं 17 CLA एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।
घटना की शुरुआत उस वक्त हुई जब ठेकेदार के मुंशी को एक उग्रवादी संगठन का पर्चा थमाया गया और निर्माण कार्य बंद करने की चेतावनी दी गई। साथ ही, अलग-अलग मोबाइल नंबरों से ठेकेदार को फोन कर लेवी देने की धमकी दी गई थी। धमकी भरे संदेश में कहा गया था कि यदि लेवी नहीं दी गई तो गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें।
मामले की गंभीरता को देखते हुए DIG सह रांची SSP चंदन कुमार सिन्हा ने नामकुम थानेदार की देखरेख में टीम गठित की। गठित टीम ने तफ्तीश शुरू की। टेक्निकल सेल की मदद ली गयी, जिसके बाद वादी और मुंशी को धमकी देने में इस्तेमाल मोबाइल को आरोपी शिवा पाहन के घर से जब्त किया गया। शिवा पाहन पहले भी उग्रवादी घटनाओं में जेल जा चुका है। इशके बाद पुलिस ने संदेही गुनहगार सुखलाल मुंडा और सुखराम भेंगराज को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और घटना में शामिल अपने सात अन्य साथियों के नामों का भी खुलासा पुलिस के सामने कर दिया। इन आरोपियों में से कुछ के खिलाफ पूर्व में भी 17 CLA एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं। गिरफ्तार आरोपियों के पास से घटना में इस्तेमाल दो बाइक और एक मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है।
इस कार्रवाई के दौरान यह भी पता चला कि उक्त आरोपियों ने खूंटी जिले के अड़की थाना अंतर्गत बेड़ाहातु में बन रहे पुल के ठेकेदार और मुंशी को भी लेवी के लिए धमकी दी थी। इस संबंध में अड़की थाना में कांड संख्या 37/25 के तहत अलग से मामला दर्ज किया गया है। इस कांड का खुलासा करने में नामकुम थाना प्रभारी मनोज कुमार, एसआई गौतम कुमार, रंजीत कुमार, निशशिरंजन और जयदेव कुमार सराक की भूमिका सराहनीय रही।
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