रांची: झारखण्ड गृह रक्षा वाहिनी और अग्निशमन सेवाओं की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने और लंबित मामलों की समीक्षा के लिए आज राँची मुख्यालय के सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता महानिदेशक-सह-महासमादेष्टा एम.एस. भाटिया (भा.पु.से.) ने की।
इस बैठक में गृह रक्षकों के नए नामांकन और दोबारा नामांकन, कार्यालयों और प्रशिक्षण केंद्रों में बल की आवश्यकता, मृत गृह रक्षकों के आश्रितों को मिलने वाले सहायता राशि, ड्यूटी वितरण में रोस्टर का पालन, यातायात व्यवस्था में गृह रक्षकों की ड्यूटी और फाइलों व रजिस्टरों के रखरखाव जैसे कई अहम विषयों पर चर्चा की गई।
साथ ही लंबित विभागीय जांच, पेंशन के पुराने मामले, पुरानी फाइलों का निपटारा, कार्यालय और आवास के लिए जमीन का चयन या स्थानांतरण, पुराने वाहनों और अनुपयोगी सामान को रद्द करने जैसे मुद्दों की भी विस्तार से समीक्षा की गई।
महानिदेशक एम.एस. भाटिया ने सभी जिला समादेष्टा और शाखा प्रभारियों को निर्देश दिया कि इन सभी लंबित मामलों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि कार्यों में देरी किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं की जाएगी और सभी अधिकारी समय पर अपने दायित्वों को पूरा करें।
बैठक में पुलिस उप-महानिरीक्षक अजय लिण्डा (भा.पु.से.), समादेष्टा पीयूष पाण्डेय (भा.पु.से.), राज्य के सभी जिला समादेष्टा और मुख्यालय के शाखा प्रभारी उपस्थित थे।
इस बैठक का उद्देश्य गृह रक्षा वाहिनी के कार्यों को और बेहतर, व्यवस्थित और जवाबदेह बनाना था, ताकि राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा सके।
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