Muzaffarpur : मुजफ्फरपुर जंक्शन पर GRP और RPF की संयुक्त टीम ने बाल तस्करी का खुलासा किया है। टीम ने मुजफ्फरपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस ट्रेन से 18 बच्चों को मुक्त कराया है। इन बच्चों को बेंगलुरु ले जाकर मजदूरी कराने की योजना थी। पूछताछ में सामने आया कि तस्कर बच्चों के फर्जी आधार कार्ड बनवाकर उनकी उम्र 18 साल से ज्यादा दिखा रहे थे। बच्चों को फैक्ट्री और होटलों में काम दिलाने के नाम पर 10 से 12 हजार रुपए सैलरी का लालच देकर ले जाया जा रहा था। मुक्त कराए गए बच्चे मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, साहेबगंज और पूर्वी चंपारण जैसे जिलों से हैं।
इस मामले में पांच तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें मुजफ्फरपुर के अहियापुर के मिंटू कुमार, गायघाट के राकेश पासवान, साहेबगंज के मो. मुस्तफा, बरूराज के रंजीत कुमार और मधुबन के प्रेमचंद्र पंडित शामिल हैं। रेलकर्मी और बचपन बचाओ आंदोलन के अधिकारी भी इस कार्रवाई में शामिल रहे। कुछ बच्चों के परिजन भी मौके पर पहुंचे, लेकिन जांच में स्पष्ट हो गया कि बच्चों को मजदूरी के लिए ले जाया जा रहा था। रेल थाना अध्यक्ष रणजीत कुमार ने बताया कि आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है और बच्चों को सुरक्षित परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया चल रही है।
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