Ranchi : जमीन कारोबारी रमेश उरांव हत्याकांड की सूत्रधार उसकी ही पत्नी तन्नु लकड़ा निकली। उसने अपने आशिक शाहिद अंसारी के साथ मिल कर पति की हत्या की प्लानिंग की और फिर शाहिद ने उस प्लानिंग को अंजाम तक पहुंचा दिया। इस पूरे हत्याकांड में तन्नू और शाहिद का साथ दिया था सतीश बैठा ने। सतीश बैठा शाहिद अंसारी का दोस्त है। दोनों साथ में जमीन का धंधा करते हैं। पुलिस ने संदेही गुनहगार शाहिद अंसारी, सतीश बैठा और तन्नु लकड़ा को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, हत्या में इस्तेमाल छुरा भी जब्त कर लिया है। इस बात का खुलासा आज DIG सह रांची पुलिस कप्तान चंदन कुमार सिन्हा ने किया।
SSP चंदन सिन्हा ने मीडिया को बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। शाहिद ने पुलिस को दिये अपने बयान में खुलासा किया कि वह रमेश उरांव के साथ काफी सालों से जमीन का कारोबार करता था। उसका रमेश के घर भी आना-जाना शुरू हो गया था। इसी दरम्यान शाहिद और रमेश की पत्नी तन्नु में बातचीत होने लगी। बातचीत धीरे-धीरे प्यार में बदल गयी और दोनों के बीच देह से देह का रिश्ता बन गया। दोनों ने कई दफा एक-दूसरे के साथ शारीरिक संबंध बनाये। उन लम्हों को दोनों ने अपने-अपने मोबाइल में कैद कर लिया। सारे वीडियो पुलिस ने रिकवर कर लिये हैं। दोनों के चक्कर के बारे में रमेश उरांव को पता चल गया। इसके बाद उसने पत्नी और शाहिद दोनों को समझाया भी था। नहीं मानने पर रमेश ने पत्नी तन्नू के साथ सख्ती से पेश आने लगा। इससे परेशान होकर तन्नु ने रमेश को अपने और शाहिद के रास्ते से हटाने का खतरनाक इरादा बना लिया। दिन और समय सब तय हो गया। बीते 19 मई को कांके थाना क्षेत्र के सर्वोदयनगर रोड नं0-08 में अपने दोनों बेटों का मुंडन संस्कार करवा कर रहे थे। इस दौरान शाहिद अंसारी अपने दोस्त सतीश बैठा से रमेश की पलपल की खबर ले रहा था। तन्नु ने शाहिद को अपने घर की एक चाबी दे दी थी। वह घर में छुपकर रमेश का इंतजार कर रहा था। भोर के करीब साढ़े चार बजे रमेश अपनी पत्नी और दोनों बच्चों के साथ घर लौटा। घर पहुंचते ही पत्नी बाथरूम चली गयी। जैसे ही रमेश अपने कमरे का दरवाजा खटखटाया, अंदर मौजूद शाहिद ने गेट खोला और छुरा से ताबड़तोड़ वार कर रमेश को लहूलुहान कर दिया। बच्चे चीखने-चिल्लाने लगे तो वह वहां से भाग निकला। बच्चों की चीख सुनने के बाद तन्नू बाथरूम से बाहर निकली और फिर खून से लथपथ रमेश उरांव को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे बचाया नहीं जा सका। इस दुस्साहसिक वारदात को अंजाम देने के बाद शाहिद अंसारी सफेद रंग की फोर्ड फिगो से ओरमांझी होते हुये हजारीबाग भाग गया। वहां से गयाजी (बिहार) भाग गया। पुलिस ने साक्ष्य के आधार पर शाहिद अंसारी के छिपने के सभी संभावित ठिकानों पर रेड मारी, जिसके बाद बीते 28 मई को उसे कांके थाना अंतर्गत भीट्ठा स्थित उसके पैतृक घर से गिरफ्तार किया गया। गिरफतार शाहिद अंसारी की निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल फोर्ड फिगो कार, धारदार चाकु और मोबाईल को बरामद कर जब्त कर लिया गया है।
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