Dhanbad : धनबाद जिले के बाघमारा में खानूडीह स्टेशन के पास स्थित तेलोटॉड अंडरपास पहली ही बारिश में अपनी कमजोर गुणवत्ता की पोल खोल रहा है। करीब छह महीने पहले करोड़ों रुपये की लागत से बना यह अंडरपास शुक्रवार को हुई बारिश में जगह-जगह से पानी टपकाने लगा। दीवारों से फव्वारे की तरह पानी निकलता देख लोग हैरान रह गए।
स्थानीय लोगों ने मजाक में इसे सावन की पहली बारिश में शिव मंदिर से निकली बाबा की जटा की धार बताया, तो कुछ लोग इसमें हाथ धोते नजर आए। लेकिन इस नजारे के पीछे बड़ी लापरवाही और खतरे की आहट छिपी है। विशेषज्ञों का कहना है कि अंडरपास की कमजोर स्थिति कभी भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। इस पर राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें गुजरती हैं और नीचे से हजारों वाहन प्रतिदिन गुजरते हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए आद्रा रेल मंडल के डीआरयूसी सदस्य व सांसद प्रतिनिधि विजय शर्मा ने रेलवे अधिकारियों से शिकायत की है। उन्होंने सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी को भी इस स्थिति से अवगत कराया है और जल्द मरम्मत की मांग की है।
गौरतलब है कि यह अंडरपास उस स्थान पर बना है, जहां पहले गर्म पानी का एक प्राकृतिक झरना था। अब जनता सवाल उठा रही है कि करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी ऐसा निर्माण क्यों हुआ, जो पहली ही बारिश में नाकाम साबित हो गया। यह न केवल पैसों की बर्बादी है, बल्कि आमजन की सुरक्षा के लिए भी खतरा है।
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