Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    17 Jun, 2025 ♦ 8:25 PM
    • About Us
    • Contact Us
    • Webmail
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Telegram WhatsApp
    Johar LIVEJohar LIVE
    • होम
    • देश
    • विदेश
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुड़
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सराइकेला-खरसावां
      • साहेबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • राजनीति
    • बिहार
    • कारोबार
    • खेल
    • सेहत
    • अन्य
      • मनोरंजन
      • शिक्षा
      • धर्म/ज्योतिष
    Johar LIVEJohar LIVE
    Home»झारखंड»अंडरग्राउंड केबलिंग खुद हो गई भूमिगत, बरसात में भी रूठी रहती है बिजली रानी
    झारखंड

    अंडरग्राउंड केबलिंग खुद हो गई भूमिगत, बरसात में भी रूठी रहती है बिजली रानी

    Team JoharBy Team JoharSeptember 19, 2023No Comments2 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link

    रांचीः राजधानी रांची में बरसात में भी बिजली रानी रूठी रहती है. इसकी वजह यह है कि अंडरग्राउंड केबलिंग खुद ही भूमिगत हो गई है. वर्ष 2018 में राजधानी में अंडरग्राउंड केबलिंग का काम शुरू हुआ था. कहा गया था कि आंधी-पानी में भी बिजली नहीं कटेगी. शहरवासियों को 24 घंटे निर्बाध बिजली मिलेगी. लेकिन अब यह खुद भूमिगत हो गई है.

    अंडरग्राउंड केबलिंग पर अब तक 410 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं

    अंडरग्राउंड केबलिंग पर अब तक 410 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं. जबकि पिछले साल दिसंबर में निगम की ओर से चयनित एजेंसी को जून तक अंडरग्राउंड केबलिंग पूरा करने का आदेश दिया गया था. योजना पर निगम का करोड़ों रूपये खर्च होने के बाद भी कई इलाकों में अंडरग्राउंड केबलिंग कार्य अधूरा है. सभी क्षेत्रों में कार्य संपन्न नहीं होने से कुछ तकनीकि कार्य अब भी अधूरे हैं. निगम के अधिकारियों की मानें तो अंडरग्राउंड केबलिंग व्यवस्था लागू हो जाने से लोगों को भारी बारिश में बार-बार की बिजली संकट से राहत मिलेगी. फिलहाल कार्य पूरा होने में समय लगेगा.

    एयरपोर्ट, हीनू समेत अन्य इलाकों में काम बाकी

    राजधानी रांची की बात करें तो, साल 2015 में 1000 किलोमीटर अंडरग्राउंड केबलिंग की योजना बनायी गयी. इसके तहत 33 केवी लाइन और 11 केवी लाइन को अंडरग्राउंड किया जाना है. इसके तहत अब तक 120 किलोमीटर अंडरग्राउंड केबलिंग पूरा हुआ है. जबकि रांची जिला के लिये निगम ने 410 करोड़ रूपये अब तक खर्च भी किये है. बता दें दूसरे चरण के तहत निगम ने एजेंसी केईआई को काम दिया है. राजधानी में अब तक रातु रोड, कांके, मोरहाबादी, मेन रोड, हरमू आदि इलाकों में केबलिंग कार्य पूरा हो चुका है. जबकि एयरपोर्ट, हीनू समेत अन्य इलाकों में कार्य शेष है.

    अंडरग्राउंड केबलिंग जोहार लाइव निर्बाध बिजली बिजली
    Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on Instagram Follow on YouTube Follow on WhatsApp Follow on Telegram
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Previous Articleझारखंड में जापानी इंसेफलाइटिस के बढ़े मरीज, सबसे ज्यादा 12 मरीज रांची में
    Next Article संसद के विशेष सत्र का दूसरा दिन, आज से नए भवन में होगी कार्यवाही

    Related Posts

    जोहार ब्रेकिंग

    झारखंड शराब घोटाला : ACB ने पूर्व उत्पाद कमिश्नर अमित प्रकाश को किया अरेस्ट

    June 17, 2025
    झारखंड

    रामगढ़ डीसी ने 50 हजार लोगों को दिलाई फर्स्ट एड ट्रेनिंग

    June 17, 2025
    जमशेदपुर

    वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रियों को परोसा गया घटिया खाना, फूड मैनेजर पर फूटा गुस्सा

    June 17, 2025
    Latest Posts

    झारखंड शराब घोटाला : ACB ने पूर्व उत्पाद कमिश्नर अमित प्रकाश को किया अरेस्ट

    June 17, 2025

    रामगढ़ डीसी ने 50 हजार लोगों को दिलाई फर्स्ट एड ट्रेनिंग

    June 17, 2025

    वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रियों को परोसा गया घटिया खाना, फूड मैनेजर पर फूटा गुस्सा

    June 17, 2025

    रातू रोड फ्लाईओवर का नाम शहीद अभिषेक कुमार साहू के नाम पर रखने की मांग, राष्ट्रीय युवा शक्ति ने शुरू किया हस्ताक्षर अभियान

    June 17, 2025

    रेस्टोरेंट में रेड, तीन किलो नकली पनीर बरामद, 10 हजार जुर्माना

    June 17, 2025

    © 2025 Johar LIVE. Designed by Forever Infotech.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.