झारखंड में जापानी इंसेफलाइटिस के बढ़े मरीज, सबसे ज्यादा 12 मरीज रांची में

रांची : राज्य में जापानी इंसेफलाइटिस (जेई) ने दस्तक दे दी है. वहीं एक के बाद एक नए मरीजों को मिलने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है. चूंकि राजधानी रांची में इसके सबसे ज्यादा 12 मरीज है. वहीं राज्य की बात करें तो अभी तक 30 मरीज इसकी चपेट में है. इन मरीजों में तीन गुमला, दो खूंटी, दो लातेहार, दो बोकारो, 1 देवघर, एक धनबाद, एक गढ़वा, एक हजारीबाग, एक जामताड़ा, एक लोहरदगा, एक पाकुड़ और एक रामगढ़ का रहनेवाला है. इसमें तीन बच्चों का इलाज रिम्स के पेडियाट्रिक विभाग में हुआ है. वहीं एक बच्चे को स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दे दी गयी है.

मच्छरों के काटने से फैलती है बीमारी

चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ अनिताभ कुमार की माने तो जापानी इंसेफेलाइटिस एक ऐसी बीमारी है, जो मच्छरों के काटने से फैलती है. यह फ्लेविवायरस के संक्रमण से होता है. यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है. पहले मरीज को सामान्य बुखार होता है। लेकिन पांच से 10 दिनों बाद जांच में इसका पता चलता है.

ये है लक्षण

  • सिर दर्द
  • बुखार
  • गर्दन में अकड़न
  • बुखार आने पर घबराहट
  • ठंड के साथ कंपकंपी
  • बेहोश हो जाना