Ranchi : रांची की खरसीदाग पुलिस ने हथियार के साथ एक शख्स को गिरफ्तार किया है। वहीं, एक नाबालिग को डिटेन किया है। गिरफ्तार शख्स का नाम प्रफुल्ल कच्छप बताया गया। वह खरसीदाग इलाके के सहेरी गांव का रहने वाला है। उसके पास से पुलिस ने एक .315 बोर की एक जिंदा गोली जब्त की है। वहीं, नाबालिग के पास से एक दो नाली देशी कट्टा और एक जिंदा गोली जब्त की गयी है। इनका एक साथ नीतिश तिवारी फरार है। पुलिस उसे खोज रही है। इस बात का खुलासा आज रांची के रुरल एसपी प्रवीण पुष्कर ने किया।
एसपी प्रवीण पुष्कर ने मीडिया को बताया कि DIG सह रांची पुलिस कप्तान चंदन सिन्हा को इंफॉर्मेशन मिली थी कि खरसीदाग के बाये-डायवर्सिटी पार्क रोड के पास कुछ लोग हथियार के साथ देखे गये हैं। किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। मिली इंफॉर्मेशन पर DIG सह SSP चंदन कुमार सिन्हा के आदेश DSP अमर कुमार पांडेय की देखरेख में एक टीम गठित की गयी। गठित टीम ने बताये गये लोकेशल पर रेड मारी। जैसे ही पुलिस वहां पहुंचे, उन्हें देख तीन लोग भागने लगे। पुलिस ने पीछाकर एक शख्स को दबोच लिया। वहीं, दो लोग अंधेरे का फायदा उठा झाड़ी-जंगल में भाग निकले। पूछताछ में पता चला कि वह एक नाबालिग किशोर है, जिसके बाद पुलिस ने उसे डिटेन कर लिया। उसके पास से एक लोडेड दो नाली देशी कट्टा और एक आईफोन जब्त किया गया। पुलिस को दिये अपने बयान में नाबालिग ने बताया कि उसके साथ और दो लोग थे। एक का नाम प्रफुल्ल कच्छप और दूसरे का नीतीश तिवारी बताया। उसने दोनों का पता भी पुलिस को बता दिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने प्रफुल्ल कच्छप को उठा लिया। उसके पास से एक जिंदा गोली और मोबाइल फोन बरामद की गयी। इसके बाद नीतीश तिवारी के ठिकाने पर रेड मारा गया, पर वह फरार था। प्रफुल्ल कच्छप ने पुलिस को बताया कि नाबालिग लड़के को हथियार छुपाकर रखने के वास्ते दिया था। वहीं, नीतीश के साथ मिलकर हथियार के दम पर लोगों को डरा-धमका कर माल कमाने की प्लानिंग थी। प्रफुल्ल कच्छप के खिलाफ पुलिस फाइल में दो मामले दर्ज हैं। पुलिस नीतीश को दबोचने के लिए छापेमारी कर रही है। इन लोगों को दबोचने में DSP अमर कुमार पांडेय, खरसीदाग ओपी प्रभारी भवेश कुमार, एसआई नीतिश कुमार और सुकरा उरांव की भूमिका सराहनीय रही।
Also Read : गुमला में पिकअप और बाइक की टक्कर, एक की मौ’त, छह से अधिक घायल
Also Read : Air India के सभी बोइंग ड्रीमलाइनर विमानों की होगी जांच, DGCA का बड़ा फैसला