Johar Live Desk : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का के एंकरेज शहर में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। करीब तीन घंटे चली इस बातचीत में दोनों नेताओं ने रूस-यूक्रेन युद्ध समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। बैठक की शुरुआत बेहद गर्मजोशी भरे माहौल में हुई। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का स्वागत किया और एक ही कार में बैठकर बातचीत स्थल की ओर रवाना हुए। इस मुलाकात पर दुनियाभर की नजरें टिकी थीं, क्योंकि यह उम्मीद की जा रही थी कि शायद दोनों नेता यूक्रेन युद्ध के समाधान की दिशा में कोई बड़ा कदम उठा सकें।
#WATCH | Alaska, USA | “Next time in Moscow,” says Russian President Vladimir Putin as US President Trump thanks his counterpart for today’s meeting.
“… I could see it happening,” replies President Trump.
Source: The White House/ YouTube pic.twitter.com/N3U6Rygllj
— ANI (@ANI) August 15, 2025
हालांकि बातचीत के बाद यह साफ हो गया कि युद्धविराम को लेकर फिलहाल कोई सहमति नहीं बन सकी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा कि कुछ मुद्दों पर अच्छी बातचीत हुई, लेकिन सभी मामलों में सहमति नहीं बन पाई। वहीं पुतिन ने बातचीत को सकारात्मक बताया और भरोसा जताया कि इस वार्ता से आगे चलकर शांति का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।
बैठक के दौरान पुतिन ने ट्रंप को रूस आने का निमंत्रण भी दिया। उन्होंने कहा कि अगली बार की मुलाकात मॉस्को में हो सकती है। हालांकि ट्रंप ने इस पर कोई पक्का जवाब नहीं दिया, लेकिन मुस्कराकर प्रतिक्रिया जरूर दी। बातचीत में दोनों नेताओं ने अमेरिका और रूस के रिश्तों पर भी चर्चा की, जिसमें सुरक्षा, शांति और सहयोग जैसे विषय शामिल रहे।

इस दौरान पुतिन ने एक बड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर 2022 में अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप होते, तो यूक्रेन युद्ध शुरू ही नहीं होता। उनका यह बयान चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि इससे साफ होता है कि पुतिन ट्रंप के कार्यकाल को रूस के नजरिए से बेहतर मानते हैं।
इस ऐतिहासिक मुलाकात में ट्रंप ने पुतिन के स्वागत में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने एंकरेज में रेड कार्पेट बिछवाया और खुद आगे बढ़कर पुतिन का स्वागत किया। बाद में पुतिन ने संयुक्त प्रेस वार्ता में सिर्फ 12 मिनट का वक्त लिया, लेकिन इस दौरान उन्होंने स्पष्ट संकेत दिए कि सहयोग और बातचीत का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
कुल मिलाकर, यह बैठक यूक्रेन युद्ध को रोकने की दिशा में किसी ठोस नतीजे तक तो नहीं पहुंच सकी, लेकिन दोनों देशों के बीच संवाद के नए रास्ते जरूर खोल गई है। अब देखना यह होगा कि क्या इस बातचीत के बाद अमेरिका और रूस अपने संबंधों को सुधारने की ओर कदम बढ़ाते हैं या नहीं।