Patna : नवनियुक्त ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने कार्यभार संभालते ही गांवों को पक्की सड़क से जोड़ने और पंचायत भवनों के विकास को लेकर कई अहम योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिन टोलों (बसावटों) तक अभी तक सड़क नहीं पहुंची है, वहां सरकार ग्रामीणों से लीज पर जमीन लेकर सड़क बनाने का काम करेगी।
मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत 42,022 किलोमीटर सड़क बनाने का लक्ष्य रखा गया है। जीटीएसएनवाई योजना से अब तक 4,618 बसावटों को जोड़ने के लिए 3,968 किलोमीटर सड़क बन चुकी है। इसके अलावा, जिला मुख्यालयों को प्रखंड से जोड़ने वाली सिंगल लेन सड़कों को टू-लेन किया जाएगा और सघन ट्रैफिक वाली सड़कों की पहचान कर योजना बनाई जाएगी।
सड़कें सालभर दुरुस्त रहें, इसके लिए ओपीआरएमसी लागू किया गया है। जूनियर और असिस्टेंट इंजीनियरों को फील्ड में लगातार निरीक्षण करने के लिए तैनात किया जाएगा और हर महीने 1,500 रुपए पेट्रोल-डीजल भत्ता दिया जाएगा। अब तक राज्य की 1.19 लाख बसावटों को 1.18 लाख किलोमीटर ग्रामीण सड़कों से जोड़ा जा चुका है।

वहीं, नवनियुक्त पंचायती राज मंत्री दीपक प्रकाश ने पंचायत स्तर पर योजनाओं की मॉनिटरिंग के लिए कमेटियां बनाने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की योजना साझा की। उन्होंने बताया कि जिला परिषदों की संपत्ति विकसित कर स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएंगे।
राज्य में 1,069 पंचायत सरकार भवनों का निर्माण चल रहा है। सभी 8,053 पंचायतों में मिनी सचिवालय के रूप में भवन विकसित किए जा रहे हैं, जिनमें से 1,700 भवन तैयार हो चुके हैं। इन भवनों में आरटीपीएस केंद्र भी संचालित होंगे। मंत्री ने विभागीय अधिकारियों के साथ कार्यों की समीक्षा करते हुए रिक्त पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया तेज करने और त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं को सशक्त बनाने पर जोर दिया।
चुनाव की दृष्टि से, अक्टूबर-नवंबर 2026 में राज्य की सभी पंचायतों, पंचायत समितियों और जिला परिषदों में चुनाव होने हैं। इस बीच योजनाओं को तेजी से अमल में लाना बड़ी चुनौती बन गई है।

