Johar Live Desk : टाटा ग्रुप की प्रमुख एनबीएफसी टाटा कैपिटल ने सेबी और स्टॉक एक्सचेंजों के पास रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) फाइल कर दिया। इससे कंपनी अपने बड़े IPO के एक कदम और करीब पहुंच गई है। इस इश्यू में कंपनी 21 करोड़ नए शेयर जारी करेगी, जिनका फेस वैल्यू 10 रुपये प्रति शेयर होगा। साथ ही, ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के तहत प्रमोटर्स 26.58 करोड़ शेयर बेचेंगे।
IPO की तारीखें और निवेश का मौका
टाटा कैपिटल का IPO 6 अक्टूबर को खुलेगा और 8 अक्टूबर को बंद होगा। एंकर इनवेस्टर्स के लिए यह 3 अक्टूबर को उपलब्ध होगा। मनीकंट्रोल ने 23 सितंबर को ही इसकी तारीखें, बंद होने की डिटेल और संभावित वैल्यूएशन के बारे में खबर दी थी। टाटा ग्रुप लिस्टिंग के बाद कंपनी की वैल्यूएशन 16.5 अरब डॉलर (करीब 1.38 लाख करोड़ रुपये) रखने का लक्ष्य लेकर चल रहा है।
16,400 करोड़ का हो सकता है IPO
यह IPO करीब 1.85 अरब डॉलर यानी 16,400 करोड़ रुपये का हो सकता है, जो 2025 का सबसे बड़ा IPO होगा। यह अब तक के टॉप 5 IPO में भी शामिल हो जाएगा। एलआईसी के एंकर इनवेस्टर्स के रूप में इसमें बड़ा निवेश करने की उम्मीद है। टाटा कैपिटल में टाटा संस की बड़ी हिस्सेदारी है। इसके अलावा आईएफसी और टाटा ग्रुप की कंपनियां जैसे टीएमएफ होल्डिंग्स लिमिटेड, टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन, टाटा मोटर्स, टाटा केमिकल्स व टाटा पावर की भी इसमें हिस्सेदारी है।

आरबीआई से मिला अतिरिक्त समय
आरबीआई के नियमों के अनुसार, टाटा कैपिटल जैसी ऊपरी स्तर की एनबीएफसी को 30 सितंबर तक स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट करना जरूरी था। लेकिन कंपनी ने लिस्टिंग के लिए आरबीआई से थोड़ा अतिरिक्त समय ले लिया है। मनीकंट्रोल ने सबसे पहले 5 अप्रैल को टाटा कैपिटल के सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर्स फाइल करने की खबर दी थी। 21 मार्च को ही खबर आई थी कि कंपनी ने 10 इन्वेस्टमेंट बैंकों को एडवाइजर्स नियुक्त किया है।
मार्केट सेंटिमेंट खराब, फिर भी IPO
यह IPO ऐसे समय आ रहा है जब स्टॉक मार्केट का सेंटिमेंट काफी कमजोर है। निफ्टी ने अगस्त के निचले स्तर से करीब 1000 अंकों की बढ़त के बाद ज्यादातर लाभ गंवा दिया है। इस हफ्ते बाजार में भारी गिरावट देखी गई। 26 सितंबर को हफ्ते के आखिरी दिन भी मार्केट लाल निशान पर बंद हुए।