Palamu : झारखंड के नक्सल प्रभावित पलामू जिले में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। मनातू और तरहसी थाना क्षेत्र के सिल्दिलिया खुर्द, पंचरूखिया और गौरवाटांड़ जंगलों में पुलिस और टीएसपीसी (तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी) के नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें संगठन का सब-जोनल कमांडर एवं 5 लाख का इनामी मुखदेव यादव उर्फ तुफान जी मारा गया।
गुप्त सूचना पर चला अभियान
पलामू की पुलिस कप्तान रिष्मा रमेशन को गुप्त सूचना मिली थी कि टीएसपीसी का जोनल कमांडर शशिकांत गंझू उर्फ आरिफ (10 लाख इनामी), सब-जोनल कमांडर मुखदेव यादव (5 लाख इनामी) और उमेश सिंह खेरवार उर्फ नगीना सिंह अपने 5-6 दस्ता सदस्यों के साथ इलाके में बड़ी घटना की साजिश रच रहे हैं। सूचना की पुष्टि के बाद एसपी के निर्देश पर कोबरा 209 बटालियन, झारखंड जगुआर, पलामू जिला बल और विशेष एसाल्ट ग्रुप-36 व 17 की संयुक्त टीम बनाई गई।
सुरक्षाबलों पर अंधाधुंध फायरिंग
अभियान के दौरान जब सुरक्षाबल जंगल में पहुंचे तो नक्सलियों ने उन्हें देखते ही अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने के लिए कई बार कहा, लेकिन उन्होंने फायरिंग नहीं रोकी। मजबूर होकर पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की। कुछ देर चली मुठभेड़ के बाद क्षेत्र की तलाशी ली गई तो एक नक्सली का शव बरामद हुआ। मृत नक्सली की पहचान मुखदेव यादव उर्फ तुफान जी (5 लाख इनामी) के रूप में हुई। वह पलामू जिले के मनातू थाना क्षेत्र के मिटार गांव का रहने वाला था। मौके से भारी मात्रा में हथियार और कारतूस बरामद किए गए। बरामद सामानों में एक इंसास राइफल, एक पिस्टल, तीन इंसास मैगजीन, 146 पीस जिंदा गोलियां, तीन खोखा, दो पोच, एक वॉकी-टॉकी, खाने-पीने और दैनिक उपयोग की अन्य सामान शामिल हैं।
मुखदेव के खिलाफ दर्ज थे 27 संगीन मामले
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मुखदेव यादव के खिलाफ अलग-अलग थानों की पुलिस फाइल में करीब 27 संगीन आपराधिक मामले दर्ज थे। वह लंबे समय से नक्सली गतिविधियों में सक्रिय था। उसके मारे जाने से टीएसपीसी को बड़ा झटका लगा है। सुरक्षाबलों का नक्सल विरोधी अभियान आगे भी जारी रहेगा।
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