Latehar : JJMP के खूंखार उग्रवादी लवलेश गंझू उर्फ लवकेश जी ने हथियार डाल दिया है। उसने आज यानी मंगलवार को पलामू जोन के IG सुनील भास्कर, लातेहार के पुलिस कप्तान कुमार गौरव, एसएसबी 32 बटालियन के कमाडेंट राजेश सिंह और सीआरपीएफ 11 बटालियन के कमांडेट यादराम बुनकर के सामने सरेंडर किया। इस दौरान लवलेश की पत्नी और उसके बच्चे भी मौजूद थे। पांच लाख के इनामी उग्रवादी लवलेश गंझू का ओहदा JJMP संगठन में सब जोनल कमांडर का था। उसके खिलाफ पुलिस फाइल में 50 संगीन मामले दर्ज हैं। सरेंडर करने के बाद लवलेश गंझू ने कहा कि जेल से निकलने के बाद मेहनत और मजदूरी कर परिवार के साथ अपनी जिंदगी बितायेगा। अपने बच्चों को बढ़िया से बढ़िया तालीम देना उसकी प्राथमिकता होगी, ताकि भविष्य में वे बेहतर इंसान बन सकें। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने लवलेश गंझू को सरेंडर करने के बाद पांच लाख रुपये का चेक सौंपा। लवलेश गंझू लातेहार के बालुमाथ थाना क्षेत्र के कुरियाम खुर्द का रहने वाला है।
आईजी सुनील भास्कर ने कहा कि केंद्र सरकार का टारगेट है कि मार्च 2026 तक झारखंड को उग्रवाद और नक्सल मुक्त कर देना है। इसी लक्ष्य को लेकर पुलिस काम कर रही है। उन्होंने कहा कि लातेहार जिला से उग्रवाद और नक्सलवाद लगभग अंतिम स्टेज पर है। जो उग्रवादी या नक्सली बचे हैं या तो सरेंडर कर दें अन्यथा पुलिस उन्हें मुहतोड़ जवाब देने के लिए लगातार अभियान चला रही है।
वहीं, पुलिस कप्तान कुमार गौरव ने कहा कि लातेहार में अब उग्रवादी संगठनों का खूंटा डोल चुका है। उग्रवादियों की कमर की रीढ़ तोड़ दी गयी है। कई टॉप लीडर्स या तो मारे जा चुके हैं या सरेंडर कर चुके हैं। जल्द ही लातेहार पूरी तरह से उग्रवाद मुक्त जिला बन जाएगा। SP ने बचे-खुचे कुछ उग्रवादियों को साफ संदेश दिया है कि जल्द से जल्द उग्रवाद का रास्ता छोड़ सरेंडर करें और मुख्य धारा से जुड़कर सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लें। जो उग्रवादी सरेंडर नहीं करेंगे, वो अंजाम भुगते के लिए तैयार रहें। पुलिस अपना अभियान जोर-शोर से चला रही है।
लवलेश गंझू उर्फ लवकेश जी का आपराधिक इतिहास
बालूमाथ (14.04.17) – भीड़ के साथ मारपीट और जबरन वसूली का मामला।
चंदवा (16.04.17) – हथियार के साथ हमला, डकैती और धमकी।
चंदवा (17.06.18) – जबरन बंदी बनाना, मारपीट, तोड़फोड़ और धमकी देना।
मनिका (06.11.17) – पुलिस पर हमला, जानलेवा हमला और अवैध हथियार रखना।
लातेहार (28.12.17) – चोरी की संपत्ति रखने और हथियार से जुड़ा अपराध।
मनिका (06.11.17) – पहले जैसा ही मामला, दोबारा अंकित।
गारू (01.12.17) – भीड़ द्वारा हमला, मारपीट और रंगदारी वसूली।
मनिका (16.12.17) – पुलिस पर हमला और जान से मारने की कोशिश।
लातेहार (20.12.17) – पुलिस पर हमला, हथियार और CLA एक्ट के तहत मामला।
लातेहार (17.01.18) – विस्फोटक, हथियार और राष्ट्रविरोधी गतिविधि की धाराएं।
लातेहार (01.07.18) – मारपीट, धमकी, वसूली और CLA एक्ट।
चंदवा (11.10.18) – पुलिस पर हमला और जानलेवा हमला।
बालूमाथ (20.11.18) – बंधक बनाना, मारपीट, रंगदारी और हथियार का उपयोग।
बालूमाथ (28.11.18) – अवैध हथियार रखने का मामला।
बालूमाथ (18.01.19) – जबरन वसूली और CLA एक्ट।
बालूमाथ (20.01.19) – जान से मारने की कोशिश और अवैध हथियार।
छिपादोहर (21.01.19) – पुलिस पर हमला और हथियार से हमला।
बालूमाथ (08.05.19) – अवैध हथियार रखने का मामला।
मनिका (25.06.19) – मारपीट, जानलेवा हमला और धमकी।
चंदवा (12.07.19) – आगजनी, लूट और रंगदारी वसूली।
चंदवा (22.12.19) – जबरन वसूली और CLA एक्ट।
छिपादोहर (22.09.19) – संपत्ति को नुकसान और वसूली।
लातेहार (25.01.20) – झगड़ा, मारपीट और धमकी का मामला।
मनिका (18.05.20) – अपहरण, हत्या और राष्ट्रविरोधी गतिविधि।
लातेहार (21.07.20) – घर में घुसकर हत्या और लूट का मामला।
लातेहार (11.09.20) – पुलिस पर हमला, विस्फोटक और हथियार का उपयोग।
लातेहार (17.11.20) – हत्या और मारपीट का गंभीर मामला।
लातेहार (20.12.20) – पुलिस पर हमला और हथियार कानून का उल्लंघन।
लातेहार (24.02.21) – जालसाजी, धमकी और धोखाधड़ी।
हेरहंज (11.03.21) – रंगदारी मांगने और CLA एक्ट।
लातेहार (13.03.21) – हत्या और अवैध हथियार का उपयोग।
लातेहार (30.09.21) – हत्या, पुलिस पर हमला और UAPA लागू।
चंदवा (23.12.21) – पुलिस पर हमला और हथियार से हमला।
चंदवा (03.02.22) – चोरी का मामला और CLA एक्ट।
छिपादोहर (09.02.22) – पुलिस पर हमला और हथियार का उपयोग।
बालूमाथ (14.04.22) – जान से मारने की कोशिश और साजिश।
लातेहार (18.09.22) – हथियार और CLA एक्ट के साथ हमला।
लातेहार (22.11.22) – UAPA, हथियार और CLA एक्ट के तहत केस।
बारियातू (28.11.22) – रंगदारी और CLA एक्ट।
मनिका (18.09.23) – हत्या की कोशिश और साजिश रचने का मामला।
बालूमाथ (04.09.23) – धमकी, रंगदारी और मारपीट।
लातेहार (25.12.23) – चुनाव से जुड़ी रंगदारी और CLA एक्ट।
हेरहंज (18.01.24) – जानलेवा हमला और विस्फोटक अधिनियम।
लातेहार (18.02.24) – धमकी, तोड़फोड़ और CLA व विस्फोटक अधिनियम।
लातेहार (07.10.24) – झूठी गवाही, उकसाना और हथियार एक्ट।
हेरहंज (26.11.24) – गवाही में झूठ और UAPA, आर्म्स एक्ट के तहत मामला।
लातेहार (22.01.25) – झूठी जानकारी, षड्यंत्र और हथियार कानून उल्लंघन।
लातेहार (24.05.25) – गवाहों को गुमराह करना और CLA व हथियार अधिनियम।
जोबांग (30.06.20) – जानलेवा हमला, हथियार और UAPA एक्ट।
सतबरवा (01.09.23) – पुलिस पर हमला और हथियार का दुरुपयोग।
बड़ी गिरफ्तारियां और आत्मसमर्पण
हाल के महीनों में कई बड़े इनामी उग्रवादियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है या उन्होंने आत्मसमर्पण किया है। इनमें प्रमुख नाम हैं:
- जेजेपीएमपी सब-जोनल कमांडर शिवराज सिंह (₹6 लाख इनामी)
- एरिया कमांडर जितेंद्र सिंह, खुर्शीद अंसारी, सर्वनाश जी उर्फ फेकु भुइंया
- माओवादी जोनल कमांडर कुंदन सिंह खैरवार (₹10 लाख इनामी)
- माओवादी सदस्य चंद्रदेव सिंह, पुरन परहिया
इसके अलावा हाल ही में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए या गिरफ्तार उग्रवादियों में शामिल हैं:
- जेजेपीएमपी सुप्रीमो पप्पू लोहरा उर्फ सूर्यदेव लोहरा (₹10 लाख इनामी)
- प्रभात गंशु उर्फ प्रभात जी (₹5 लाख इनामी)
- माओवादी सब-जोनल कमांडर मनीष यादव (₹5 लाख इनामी)
- नक्सली जगन लोहरा और अन्य सक्रिय सदस्य
पुलिस की रणनीति और सामाजिक पहल
पुलिस ने सिर्फ कार्रवाई ही नहीं की, बल्कि सामुदायिक पुलिसिंग के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी, आधारभूत सुविधाएं मुहैया कराईं और मुख्यधारा से जोड़ने के लिए विशेष प्रयास किए। लातेहार, बालूमाथ, नेतरहाट, गारू, महुआडांड और अन्य उग्रवाद प्रभावित इलाकों में लगातार कैंप लगाकर लोगों में जागरूकता फैलाई जा रही है।
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