Ranchi : देशभर में मानसून की शुरुआत को देखते हुए, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने राष्ट्रीय राजमार्गों पर बारिश से उत्पन्न समस्याओं की निगरानी के लिए 24×7 नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। यह नियंत्रण कक्ष दिल्ली स्थित मंत्रालय के सीआर सेक्शन में बनाया गया है और तत्काल प्रभाव से संचालित किया जा रहा है।
क्या है उद्देश्य:
नियंत्रण कक्ष का मुख्य उद्देश्य भारी बारिश से होने वाली समस्याओं जैसे:
- सड़क पर जलभराव
- गड्ढों के कारण दुर्घटनाएं
- भूस्खलन
- दृश्यता में कमी
- ट्रैफिक जाम
इन सबकी रियल-टाइम निगरानी और समाधान करना है। इसे लेकर झारखंड में अधिकारी विजय कुमार, चीफ इंजीनियर, सड़क परिवहन मंत्रालय, रांची सहित एनएचएआई रांची के क्षेत्रीय पदाधिकारी को राष्ट्रीय राजमार्गों की स्थिति पर नजर रखने और केंद्र को दैनिक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है।
रिपोर्टिंग और जिम्मेदारियां:
सभी अधिकारी हर दिन उच्च स्तरीय अधिकारी को रिपोर्ट भेजेंगे। रिपोर्ट में आपदा का समय, जगह, दुर्घटना की जानकारी और समाधान में लगने वाला अनुमानित समय शामिल होगा। इसके साथ ही जनता और सरकारी एजेंसियों से आने वाले कॉल्स की जानकारी भी रजिस्टर में दर्ज की जाएगी। दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे तक ड्यूटी पर तैनात अधिकारी सभी रिपोर्ट एकत्र करेंगे। उन्हें शून्य रिपोर्ट भी अनिवार्य रूप से भेजनी होगी, अगर कोई घटना न हो तो।
ईमेल रिपोर्टिंग:
सभी रिपोर्ट्स मंत्रालय को [email protected] पर भेजी जाएंगी। इसकी जानकारी एक निर्धारित फॉर्मेट (अनुलग्नक-II) में ही जानकारी दी जाएगी।
टीवी व मीडिया पर भी नजर:
नियंत्रण कक्ष के अधिकारी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और टीवी चैनलों की निगरानी भी करेंगे ताकि किसी भी आपदा या दुर्घटना की जानकारी समय रहते मिल सके।
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