Ranchi : रांची के लोगों के लिए बड़ी राहत की खबर है। दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों की तर्ज पर अब रांची में भी मेट्रो रेल चलाने की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं। केंद्र सरकार ने झारखंड सरकार से रांची के लिए कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान (CMP) तैयार कर भेजने को कहा है। इसी रिपोर्ट के आधार पर यह तय होगा कि रांची में मेट्रो कितनी जरूरी है और किस रूट पर इसे चलाया जा सकता है।
तीन शहरों का भेजा गया था प्रस्ताव, सिर्फ रांची को मिली प्राथमिकता
राज्य सरकार ने रांची के अलावा जमशेदपुर और धनबाद में भी मेट्रो सेवा शुरू करने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा था। केंद्र सरकार ने शुरुआती समीक्षा के बाद फिलहाल सिर्फ रांची के लिए CMP रिपोर्ट मंगाई है, जिससे माना जा रहा है कि मेट्रो योजना को यहीं से शुरुआत मिल सकती है।
क्या होता है CMP?
CMP यानी कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान, किसी भी शहर में मेट्रो या तेज़ रफ्तार सार्वजनिक परिवहन योजना शुरू करने से पहले तैयार की जाने वाली विस्तृत रिपोर्ट होती है। इसमें शहर के ट्रैफिक पैटर्न, सड़कों की स्थिति, वाहनों की संख्या, जाम की स्थिति, प्रदूषण, पर्यावरणीय असर और सार्वजनिक परिवहन की जरूरतों का आकलन किया जाता है।
मेट्रो से कम होगा ट्रैफिक का बोझ
रांची में तेजी से बढ़ती आबादी और निजी वाहनों की संख्या ने ट्रैफिक की समस्या को गंभीर बना दिया है। खासकर रातू रोड, किशोरगंज, अल्बर्ट एक्का चौक, नामकुम जैसे इलाकों में रोजाना जाम की स्थिति रहती है। विशेषज्ञों का मानना है कि समय रहते वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई, तो हालात और बिगड़ सकते हैं। मेट्रो आने से न सिर्फ जाम से राहत मिलेगी, बल्कि प्रदूषण में भी कमी आएगी।