Ranchi : रांची पुलिस की ओर से बाल सुरक्षा को लेकर विशेष किशोर पुलिस इकाई (SJPU) का चौथा चरण प्रशिक्षण सोमवार को पूरा हुआ। यह प्रशिक्षण यूनिसेफ झारखंड और सेंटर फॉर चाइल्ड राइट्स, NUSRL रांची के सहयोग से पुलिस लाइन स्थित U.C. झा सभागार में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत CCR–NUSRL के डॉ. तबरेज आलम के स्वागत संबोधन के साथ हुई। इसके बाद SJPU नोडल अधिकारी ने बच्चों के खिलाफ होने वाले लैंगिक अपराध और बाल विवाह के मामलों में पुलिस की भूमिका पर बात की। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में कानूनी समझ के साथ संवेदनशीलता भी जरूरी है।
तकनीकी सत्र में यूनिसेफ के बाल संरक्षण अधिकारी श्री गौरव ने POCSO Act 2012, POCSO Rules 2020 और PCMA 2006 के प्रावधानों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को अनिवार्य रिपोर्टिंग, FIR, मेडिकल प्रक्रिया, CWC रेफरल, ट्रॉमा-सेंसिटिव बातचीत और बाल हितैषी जांच जैसे मुद्दों पर प्रशिक्षण दिया। साथ ही बाल विवाह रोकने में पुलिस की निवारक कार्रवाई, बचाव, सुरक्षा और बालक को CWC के समक्ष प्रस्तुत करने की प्रक्रिया पर भी चर्चा की। खुले सत्र में विभिन्न थानों से आए अधिकारियों ने अपने-अपने अनुभव साझा किए और बाल यौन अपराध एवं बाल विवाह से जुड़े मामलों पर सवाल पूछे। विशेषज्ञों ने सभी प्रश्नों का समाधान किया।
समापन सत्र में पुलिस उपाधीक्षक श्री विजय कुमार ने प्रशिक्षण की मुख्य बातों को साझा करते हुए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम पुलिस को बच्चों से जुड़े मामलों में अधिक प्रभावी और संवेदनशील बनाते हैं।

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