रांची : जिला प्रशासन ने दुर्गा पूजा समितियों के लिए जारी किये विशेष गाइडलाइन, इन बातों का रखना होगा ख्याल

रांची: इस बार दुर्गा पूजा को लेकर उत्साह है. भक्त माता रानी के आगमन को लेकर विशेष रूप से तैयारी में जुटे हैं. भव्य पूजा पंडाल के साथ भव्य प्रतिमाएं तैयार की जा रही हैं. उधर, रांची प्रशासन की जिम्मेदारियां भी इस वर्ष पूजा को लेकर ज्यादा बढ़ गई है. क्योंकि इस वर्ष पूजा में श्रद्धालुओं की भीड़ काफी उमड़ने वाली है. इसे देखते हुए विशेष गाइडलाइन जारी किए गए हैं. जिसमें खास तौर पर पंडालों के अंदर फायर सेफ्टी इक्यूपमेंट लगाने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर और भी एसओपी बनाए गए हैं.

दो साल के बाद इस वर्ष की दुर्गा पूजा हर किसी के लिए खास रहेगी. इस बार की खास पूजा को लेकर रांची पुलिस और प्रशासन विशेष तौर अलर्ट बरत रही है. ताकि कोई भी अनहोनी होने से पहले उसे रोका जा सके. क्योंकि इस वर्ष पूजा पंडाल के साथ प्रतिमाएं भी काफी भव्य होंगी. इस वर्ष भव्य पूजा पंडाल के दर्शन को लेकर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पूजा पंडालों और रांची की सड़कों पर नजर आएंगी. जिसे देखते हुए पुलिस प्रशासन के द्वारा भी पूजा पंडाल समितियों को विशेष दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.विज्ञापन

रांची एसएसपी किशोर कौशल ने कहा कि सीसीटीवी हो या फिर फाइट सेफ्टी इक्यूपमेंट सभी को लेकर विशेष दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.

पूजा समितियों के लिए गाइडलाइन

पंडालों में फायर सेफ्टी इक्यूपमेंट हो, साथ ही फायर ब्रिगेड से एनओसी लेना भी अनिवार्य
बिजली के तारों के नीचे पंडाल न हो, बिजली विभाग से भी एनओसी लें.
एंट्री- एक्जिट गेट अलग अलग हो, इसके साथ ही महिला और पुरुष के गेट अलग अलग होना चाहिए
पूजा पंडाल के अपने वोलेंटियर्स भी हो ताकि पुलिस को उनका सहयोग मिल सके.  भीड़ ज्यादा होने पर नियंत्रित और व्यवस्थित किया जा सके.
सीसीटीवी कैमरे पूजा पंडाल में इंस्टॉल किए जाएं
ध्वनि विस्तारक यंत्र का नियमानुसार इस्तेमाल हो
किसी भी तरह के आपत्तिजनक गाने न बजाया जाए
पंडाल के आगे पीछे लाइट की प्रॉपर व्यवस्था हो

मनचलों पर नजर रखने के लिए सादे लिबास में रहेगी पुलिस 

पूजा पंडालों में छेड़खानी की समस्या ज्यादा होती है. इसे देखते हुए सादे लिबास में पुलिस बलों की प्रतिनयुक्ति की जाएगी. वैसे पूजा पंडाल जहां लोगों की सबसे ज्यादा भीड़ उमड़ती है, वहां जिला बल के अलावा पुलिस मुख्यालय से अतिरिक्त बल मुहैया कराए जा रहे हैं. पूर्व के सालों में रांची में पूजा पंडालों में आगलगी की घटना हो चुकी है. इसे देखते हुए फायर फाइटिंग इक्यूपमेंट पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.