Ramgarh : जीवन रक्षक प्राथमिक चिकित्सा (फर्स्ट एड) को जन-जन तक पहुंचाने की दिशा में रामगढ़ के डीसी फैज़ अहमद मुमताज लगातार प्रयासरत हैं। डीसी मुमताज ने अब तक विभिन्न जिलों में सेवा देने के दौरान 50,000 से अधिक लोगों को फर्स्ट एड की ट्रेनिंग दिलाई है। इनमें रेस्टोरेंट व बार के कर्मचारी, किसान, एक्साइज डिपार्टमेंट के अधिकारी, बागवानी क्षेत्र से जुड़े लोग और आम नागरिक शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) जैसी तकनीकें किसी व्यक्ति की बंद हुई सांस को फिर से चालू करने में सक्षम हैं। डीसी के मुताबिक, “चाहे आप ऑफिस में हों या रेस्टोरेंट में, हादसे कभी भी हो सकते हैं। ऐसे में यदि आस-पास मौजूद व्यक्ति को फर्स्ट एड की जानकारी हो तो जान बचाई जा सकती है।”
रामगढ़ में तैयार हो रही 2000 से अधिक मास्टर ट्रेनरों की सूची
रामगढ़ जिले में बतौर डीसी कार्यभार संभालने के बाद फैज़ अहमद मुमताज ने जिलेभर में भी इस अभियान को गति दी है। जिले के 15 से 65 वर्ष की आयु वर्ग के इच्छुक लोगों की सूची तैयार की जा रही है। अब तक 2000 से अधिक लोगों ने नामांकन किया है जिन्हें एक सप्ताह के विशेष प्रशिक्षण में फर्स्ट एड के गुर सिखाए जाएंगे।
प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ये लोग जिले के विभिन्न गांवों में जाकर फर्स्ट एड वॉलंटियर्स की टीम तैयार करेंगे, ताकि आकस्मिक दुर्घटनाओं या आपातकालीन स्थितियों में समय रहते प्रभावी प्राथमिक चिकित्सा दी जा सके।
डीसी ने इस अभियान को मानवीय जीवन की सुरक्षा से जोड़ते हुए इसे समाज की मूलभूत आवश्यकता बताया और कहा कि “फर्स्ट एड न तो सिर्फ अस्पताल के लिए है, न ही केवल पढ़े-लिखे लोगों के लिए, बल्कि समाज के हर वर्ग को यह आना चाहिए।”
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