Rajgir : कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन के सिलसिले में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी आज राजगीर के दौरे पर हैं। उनके आगमन को लेकर पूरे शहर में तैयारियां जोर-शोर से की गई हैं। राजगीर शहर में जगह-जगह राहुल गांधी के स्वागत में पोस्टर और बैनर लगाए गए हैं, जिससे पूरा शहर कांग्रेसमय नजर आ रहा है।
सम्मेलन की तैयारियां पूरी
राजगीर के अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में होने वाले इस सम्मेलन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। देशभर से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राजगीर पहुंच रहे हैं। उनके ठहरने की व्यवस्था स्थानीय होटलों में की गई है। सुरक्षा के लिहाज से भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। एसपीजी की टीम पहले से ही राजगीर में मौजूद है और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से सुरक्षा व्यवस्था को अंतिम रूप दिया गया है।
‘पर्वत पुरुष’ की प्रतिमा पर करेंगे माल्यार्पण
राहुल गांधी का यह दौरा सिर्फ राजगीर तक सीमित नहीं रहेगा। वे गया जिले के गहलौर घाटी पहुंचकर ‘पर्वत पुरुष’ दशरथ मांझी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे और उनके परिवार से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा, राहुल गांधी मगध सम्राट जरासंध और बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमाओं पर भी पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।
अनिल जयहिंद ने कहा…
कांग्रेस पार्टी के OBC विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल जयहिंद ने मीडिया को बताया कि राहुल गांधी शोषितों, वंचितों और अतिपिछड़ों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। उनका यह दौरा सामाजिक एकता और राजनीतिक संदेश का प्रतीक है। स्थानीय स्तर पर कार्यक्रम की तैयारियों में प्रदेश अध्यक्ष शशिभूषण पंडित, जिलाध्यक्ष नरेश प्रसाद अकेला, पूर्व विधायक अनिल सिंह, डॉ. संजय बाल्मिकी, रामदेव राजवंशी और संजीव कुमार बिट्टू समेत कई नेता जुटे हुए हैं।
राहुल गांधी का आज का कार्यक्रम :
- सुबह 8:30 बजे दिल्ली से विशेष विमान द्वारा रवाना
- 10:00 बजे गया एयरपोर्ट पर आगमन
- 10:15 बजे गहलौर के लिए प्रस्थान
- 11:00 बजे दशरथ मांझी की प्रतिमा पर माल्यार्पण
- 11:45 बजे गहलौर से राजगीर के लिए प्रस्थान
- 12:20 बजे राजगीर पहुंचना
- 12:30 से 1:45 बजे तक संविधान सम्मेलन में हिस्सा
- 1:45 बजे राजगीर से गया के लिए प्रस्थान
- 3:00 से 3:30 बजे तक गया में महिला संवाद कार्यक्रम
- 4:00 बजे गया एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए वापसी
इस पूरे दौरे को कांग्रेस एक सामाजिक और राजनीतिक संदेश के रूप में देख रही है, जो विशेष रूप से समाज के पिछड़े और वंचित वर्गों को सशक्त करने की दिशा में एक कदम है।
Also Read : झारखंड के कई जिलों में आज बारिश और आंधी-तूफान, येलो अलर्ट जारी