Patna : छठ पूजा के खास मौके पर पटना नगर निगम ने घाटों को रोशन और सुरक्षित बनाने की तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ी है। इस बार गंगा के किनारे बसे घाटों पर खास रौशनी की व्यवस्था की जा रही है, जिससे रात के समय भी श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
नगर निगम के मुताबिक, इस बार शहर के घाटों पर कुल 47,395 लाइटें लगाई जा रही हैं, जिनमें 17,570 ट्यूब लाइट्स, 22,140 मेटल लाइट्स और 7,685 हैलोजन लाइट्स शामिल हैं। ये सभी लाइटें घाटों की सीढ़ियों, मुख्य मार्गों, पार्किंग स्थलों और आसपास के इलाकों में लगाई जाएंगी।
नगर आयुक्त यशपाल मीणा ने बताया कि नासरीगंज घाट, कलेक्ट्रेट घाट, महेन्द्रू घाट, बांस घाट, मीनार घाट, दीघा घाट, एनआईटी घाट, एलसीटी घाट जैसे प्रमुख घाटों पर विशेष सजावट की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि बिजली की आपूर्ति को बिना बाधा के बनाए रखने के लिए जनरेटर की व्यवस्था की जा रही है और किसी तकनीकी खराबी की स्थिति में तुरंत समाधान होगा।

केवल रौशनी ही नहीं, सुरक्षा और साफ-सफाई को लेकर भी नगर निगम और प्रशासन सतर्क है। घाटों पर साफ पानी, शौचालय, चेंजिंग रूम, सीसीटीवी कैमरा, वॉच टावर और पब्लिक एड्रेस सिस्टम की सुविधा दी जा रही है। खतरनाक घाटों को लाल झंडी या कपड़े से चिह्नित किया जाएगा ताकि कोई श्रद्धालु गलती से वहां न चला जाए।
जिला प्रशासन ने 109 घाटों की व्यवस्था के लिए 21 विशेष टीमें बनाई हैं जो हर दिन निरीक्षण करेंगी। साथ ही, सेक्टर अधिकारी और पुलिस अधिकारी घाटों का पैदल दौरा कर व्यवस्था का जायजा लेंगे। इसके अलावा, पटना जिले में गंगा और उसकी सहायक नदियों के किनारे कुल 550 घाटों, नगर निगम क्षेत्र के 45 पार्कों और 63 तालाबों पर व्रतियों के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
जल संसाधन विभाग के अनुसार, इस साल छठ के समय गांधी घाट पर गंगा का जलस्तर करीब 45.6 मीटर तक रहने की उम्मीद है, जो घाटों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण जानकारी है।
नगर निगम और जिला प्रशासन की यह कोशिश है कि श्रद्धालुओं को एक सुरक्षित, स्वच्छ और रोशन माहौल में छठ पर्व मनाने का अवसर मिले।