Dhanbad : झारखंड, बिहार और यूपी का चर्चित पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में आज का दिन महत्वपूर्ण है। धनबाद में इस फैसले को लेकर जिला पुलिस अलर्ट पर है। कोर्ट कैंपस के आसपास इलाके में ट्रैफिक को डाइवर्ट किया गया है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुख्ता इंतजाम किए गए है। कोर्ट में आने-जाने वाले एक-एक लोगों पर पुलिस की पैनी नजर है। सादे लिवास में भी पुलिसकर्मी व पदाधिकारी कोर्ट कैंपस में तैनात है। संदिग्ध लोगों को देखते ही तुरंत हिरासत में लेने का आदेश है। धनबाद के एसएसपी खुद पूरे मामले में मोनिटरिंग कर रहे है। दोनों पक्षों के समर्थकों पर पुलिस पैनी नजर रखे है। किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए धनबाद पुलिस पूरी तैयार से है।
8 वर्ष बाद नीरज सिंह मामले में आना है फैसला
पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में कोर्ट आज अपना फैसला सुनाएगी। यह फैसला आठ साल, पांच महीने और पांच दिन बाद आया है। इस फैसले का सभी को बेसब्री से इंतजार है क्योंकि इसमें शामिल 11 आरोपियों में से 10 के भविष्य का फैसला आज होगा।
जिला और सत्र न्यायाधीश 16 सह विशेष न्यायाधीश एमपी-एमएलए कोर्ट दुर्गेश चंद्र अवस्थी की अदालत में इस केस की सुनवाई हो रही है।
इन-इन लोगों पर है हत्या का आरोप
नीरज सिंह हत्या मामले में आरोपी झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह, जैनेंद्र सिंह उर्फ पिंटू सिंह, डब्लू मिश्रा, विनोद सिंह, सागर सिंह उर्फ शिबू, चंदन सिंह, कुर्बान अली, पंकज सिंह, रणधीर धनंजय उर्फ धनजी शामिल हैं।
अदालत में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेश होंगे आरोपी
इन आरोपियों में से तीन आरोपी न्यायिक हिरासत में जेल में बंद हैं, जबकि सात आरोपी जमानत पर बाहर हैं। न्यायिक हिरासत में बंद आरोपियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अदालत में पेश किया जाएगा। अदालत ने सभी आरोपियों को अदालत में उपस्थित होने का आदेश दिया है। केस में अभियोजन और बचाव पक्ष की गवाही, साक्ष्य के साथ अंतिम बहस के लिए कुल 408 तिथियां तय की गईं। 13 अगस्त 2025 को आखिरी बहस हुई थी। आज शाम 4 बजे फैसला आने की संभावना है।
सुरक्षा व्यवस्था की कड़ी निगरानी
नीरज सिंह हत्याकांड के फैसले को लेकर कोर्ट परिसर में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। रणधीर वर्मा चौक से डीआरएम चौक तक चारपहिया वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई जाएगी। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार को कोर्ट परिसर और कोर्ट हाजत का जायजा लिया।
इसके अलावा अदालत परिसर में अन्य लोगों के प्रवेश पर कड़ी जांच की जाएगी। सुरक्षा के लिहाज से अदालत कक्ष में केवल अधिवक्ता और आरोपियों को ही प्रवेश की अनुमति होगी। अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है और सभी को पुलिस स्क्रीनिंग से गुजरना होगा।
सिंह मेंशन, रघुकुल और झरिया में सुरक्षाकर्मी मुस्तैद
पुलिस ने सिंह मेंशन और रघुकुल के अलावा झरिया में दोनों पक्षों के कार्यालयों पर भी पुलिस की तैनाती का निर्देश दिया है। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर पुलिस की गश्त बढ़ाई गई है और वाहनों की जांच भी की जा रही है। पुलिस संदिग्धों पर कड़ी नजर रखे हुए है।
2017 में सरेशाम हुई थी नीरज की हत्या
यह हत्याकांड 21 मार्च 2017 को हुआ था, जब नीरज सिंह, चंद्रप्रकाश महतो, अशोक यादव और मुन्ना तिवारी को सरेशाम स्टीलगेट में गोलियों से मौत के घाट उतार दिया गया था। नीरज के भाई अभिषेक सिंह ने इस मामले में विधायक संजीव सिंह, जैनेंद्र सिंह उर्फ पिंटू सिंह, गया सिंह, महंत पांडेय और सिद्धार्थ गौतम उर्फ मनीष सिंह को आरोपी बनाया था। बाद में अन्य आरोपियों के नाम भी इस हत्याकांड में जुड़े और गिरफ्तारियां हुईं।
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