Johar Live Desk : सर्दियों में भारतीय घरों में सरसों का तेल सिर्फ खाने में ही नहीं बल्कि घरेलू नुस्खों में भी इस्तेमाल होता है। बचपन से ही हमें देखा गया है कि ठंड के मौसम में दादी-नानी हाथ-पैर पर सरसों का तेल लगाने की सलाह देती थीं।
हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि सरसों का तेल सही तरीके से इस्तेमाल न किया जाए तो यह त्वचा के लिए नुकसानदेह भी हो सकता है।
सरसों के तेल के फायदे
- त्वचा को नमी प्रदान करे: सरसों का तेल प्राकृतिक मॉइस्चराइजर की तरह काम करता है। नहाने के बाद इसे हाथ-पैर पर लगाने से रूखी त्वचा में नमी आती है।
- संक्रमण से बचाव: इसमें पाए जाने वाले एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल तत्व त्वचा को संक्रमण से बचाते हैं।
नुकसान और खतरे
- संवेदनशील त्वचा वालों के लिए: अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है तो सरसों का तेल एलर्जी या जलन पैदा कर सकता है।
- धूप में लगाने पर टैनिंग: धूप में तुरंत निकलने से त्वचा पर टैनिंग और रैशेज हो सकते हैं।
- पोर्स बंद होना: ज्यादा इस्तेमाल करने से रोमछिद्र बंद हो सकते हैं, जिससे फुंसियां निकल सकती हैं।
सही इस्तेमाल की सावधानियां
- लगाने से पहले पैच टेस्ट जरूर करें।
- रात में लगाना बेहतर है, दिन में धूप से बचें।
- बच्चों पर बहुत कम मात्रा में ही इस्तेमाल करें।
सरसों के तेल का सही तरीके से इस्तेमाल करने से सर्दियों में त्वचा को फायदा होता है, लेकिन अत्यधिक या गलत तरीके से लगाने से नुकसान भी हो सकता है।


