Latehar : प्रतिबंधित नक्सली संगठन जेजेएमपी (JJMP) के सब जोनल कमांडर बैजनाथ सिंह ने बुधवार को डीआईजी नौशाद आलम, एसपी कुमार गौरव और कमांडेंट राकेश कुमार के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। अधिकारियों ने बैजनाथ सिंह को मुख्यधारा में लौटने पर गुलदस्ता देकर सम्मानित किया। बैजनाथ सिंह मनिका थाना क्षेत्र के शैलदाग गांव का निवासी है और वह कई वर्षों से नक्सली गतिविधियों में सक्रिय था। पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा लातेहार जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के बाद, तीन बड़े नक्सलियों के मारे जाने से बचे हुए नक्सलियों में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने नक्सलियों को चेतावनी दी है कि यदि वे सुरक्षित रहना चाहते हैं, तो उन्हें आत्मसमर्पण करना होगा। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकारी सुविधाएं भी दी जाएंगी।
बैजनाथ सिंह ने लातेहार पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में आत्मसमर्पण किया। इस मौके पर पुलिस अधिकारियों ने उन्हें सम्मानित किया। बैजनाथ सिंह पर लातेहार जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में 7 से अधिक नक्सली हिंसा के मामले दर्ज हैं।
डीआईजी नौशाद आलम ने बताया कि बैजनाथ सिंह पर इनाम घोषित करने के लिए पिछले वर्ष सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था। उन्होंने कहा कि बैजनाथ ने आत्मसमर्पण करने के लिए पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया और ‘आ अब लौट चलें’ कार्यक्रम की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने आत्मसमर्पण का निर्णय लिया।
एसपी कुमार गौरव ने बताया कि जेजेएमपी के सुप्रीमो पप्पू लोहरा और सब जोनल कमांडर प्रभात के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद बैजनाथ सिंह ने आत्मसमर्पण किया। उन्होंने सभी नक्सलियों से अपील की कि वे हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण करें और अपने परिवार के साथ सुखमय जीवन बिताएं। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकारी सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं।
बैजनाथ सिंह को आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित करने में छिपादोहर थाना प्रभारी धीरज कुमार सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही, साथ ही डीएसपी भरत राम और सीआरपीएफ के अधिकारियों का भी योगदान रहा।
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